खतौली। खतौली विधानसभा में कुल मतदाता तीन लाख 12 हजार 662 है। इनमें पुरुष मतदाता एक लाख 66 हजार 989 और महिला मतदाता एक लाख 45659 है। भाजपा ने वर्तमान विधायक विक्रम सैनी को ही टिकट दिया है। किसान आंदोलन का असर खतौली क्षेत्र में भी देखने को मिला। कई जगह प्रचार के दौरान प्रत्याशी का विरोध हुआ, लेकिन धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य हो गई। भाजपा ने पिछली बार सबसे अधिक वोटों से खतौली की सीट जीती थी, लेकिन इस बार समीकरण साधना आसान नहीं रह गया है।

सपा-रालोद गठबंधन से पूर्व सांसद राजपाल सैनी चुनाव मैदान में डटे हैं। सपा और रालोद के परंपरागत वोट बैंक के अलावा राजपाल सैनी की अति पिछड़ा वर्ग में मजबूत पकड़ मानी जाती है, जिससे भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है।

बसपा से इस बार पूर्व विधायक करतार भड़ाना चुनाव मैदान में है। 2012 में रालोद के टिकट पर करतार यहीं से जीते थे, लेकिन इस बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। दलित-मुस्लिम समीकरण के अलावा सजातीय सभी बिरादरियों में वोट का भरोसा लेकर करतार ने चुनाव लड़ा है।

कांग्रेस ने युवा उम्मीदवार गौरव भाटी को चुनाव मैदान में उतारा। कांग्रेस के वोट बैंक और संकल्प पत्र के सहारे गौरव
चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।
विक्रम सैनी (भाजपा)
उम्र– 52 साल
शिक्षा–आठवीं
मुकाबले में कहां : भाजपा का परंपरागत वोट बैंक और सर्वसमाज के साथ का दावा।
गौरव भाटी (कांग्रेस)
उम्र–46
शिक्षा–स्नातक
मुकाबले में कहां : कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक, सजातीय वोट और सर्वसमाज में वोट का दावा।
करतार भड़ाना-बसपा
शिक्षा-मैट्रिक
उम्र –67
मुकाबले में कहां : दलित-मुस्लिम समीकरण, गुर्जर और अति पिछड़ा वोट बैंक।
राजपाल सैनी-रालोद-सपा
उम्र–68
शिक्षा–स्नातक
मुकाबले में कहां : मुस्लिम-जाट समीकरण। सजातीय मतों के अलावा अति पिछड़ा वोट बैंक में पकड़ का दावा।