नई दिल्ली: भारत के कई क्रिकेटर रिटायर होने के बाद बीसीसीआई में ऊंचे पद पर जाने की तलाश करते हैं. कोई चीफ सेलेक्टर बन जाता है तो कोई बीसीसीआई अध्यक्ष. पिछले 5 सालों से हमें 2 बीसीसीआई अध्यक्ष ऐसे मिले जो क्रिकेट के खिलाड़ी रह चुके हैं. सौरव गांगुली के बाद पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी को नया अध्यक्ष बनाया गया. क्या सचिन तेंदुलकर इस पोस्ट के लिए जा सकते हैं? इसका जवाब उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में दे दिया है. साथ ही उन्होंने सौरव गांगुली की चुटकी भी ले ली है.

एक इंटरव्यू के दौरान सचिन तेंदुलकर से सवाल किया गया कि बीसीसीआई के पिछले 2 अध्यक्ष क्रिकेटर बने हैं. पहले सौरव गांगुली और फिर स्टुअर्ट बिन्नी बने. क्या आप भी कभी बीसीसीआई में आएंगे? या क्या आपको आगे चलके किसी ऐसे किसी रोल में देखा जा सकेगा? इस सवाल का जवाब देते हुए सचिन ने कहा, मैंने इतनी ज्यादा फास्ट बॉलिंग कभी नहीं की है. सौरव गांगुली खुद को फास्ट बॉलर मानते थे.

सचिन ने आगे कहा, मुझे याद है, जब सौरव ने टोरंटो में विकेट लिए थे. तब सौरव ने कहा था मैं थोड़ा और दम लगाउंगा तो 140 तक की स्पीड से डाल सकता हूं. इस पर सचिन ने कहा कि दादा तू जा सकता है. फिर उसने 2 दिन प्रैक्टिस की और अपनी पीठ पकड़ ली. इसके बाद उसने कभी 140 के बारे में बात ही नहीं की. मैंने कभी 140 नहीं डाली और ना ही डाल सकता हूं.

सचिन ने वनडे क्रिकेट को बचाने के लिए सुझाव दिया है कि 50 ओवर के क्रिकेट को 2 भाग में बांट देना चाहिए. बैटिंग करने वाली टीम पहले 25 ओवर खेले. इसके बाद बॉलिंग करने वाली टीम बचे के ओवर खेले. फिर 25 ओवर गेम हो और सिलिसला चलता रहे. दोनों टीमों के पास सिर्फ 10 विकेट हो.