नई दिल्ली. 17 जून 2022 को देश की दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड का शेयर लुढ़क कर 3,023.35 रुपये के भाव पर पहुंच गया। यह शेयर के 52 सप्ताह का सबसे निचला स्तर था। अब करीब तीन हफ्ते बाद एक बार फिर TCS इसी के इर्द-गिर्द घूम रहा है।
इस दौरान TCS के शेयर में थोड़ी रिकवरी आई और यह 3300 रुपये के स्तर को भी पार किया लेकिन जब से तिमाही नतीजे जारी हुए हैं, बिकवाली का दौर लौट आया है। अब सवाल है कि आखिर तिमाही नतीजों के बाद TCS के शेयर के हाल बुरे क्यों हो गए हैं? शेयर के भविष्य को लेकर एक्सपर्ट का क्या कहना है? इन सवालों के जवाब भी जान लेते हैं।
दरअसल, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच TCS को उम्मीद से कम मुनाफा हुआ है। कंपनी का मुनाफा वार्षिक आधार पर 5.2 फीसदी बढ़कर 9,478 करोड़ रुपये पहुंच गया। विश्लेषकों का अनुमान था कि मुनाफा 9800 करोड़ रुपये के पार जाएगा। इस लिहाज से गिरावट आई है। वहीं, कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन एक साल पहले 25.5% से गिरकर 23.1% हो गया है। मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि, मैनेजमेंट और अन्य खर्चों की वजह से यह गिरावट आई है।
जानकारों की मानें तो आईटी कंपनियों के शेयरों पर अभी दबाव बने रहने का अनुमान है। प्रमुख वैश्विक बाजारों में बिगड़ती आर्थिक स्थिति और वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते ऐसा होने की आशंका है। जानकारों के मुताबिक रुपये में उतार-चढ़ाव और बड़े पैमाने पर प्रतिभा की कमी के चलते वेतन बढ़ाने की चुनौतियों से ऑपरेटिंग मार्जिन पर असर पड़ रहा है।
तिमाही नतीजों से निवेशकों को खुश करने में नाकाम रहने के बाद सोमवार को कारोबार में टीसीएस के शेयर बेचने की होड़ थी। कारोबार के अंत में यह 4.54 फीसदी लुढ़क गया। इसी तरह, मंगलवार को भी बिकवाली हावी रही। कुल मिलाकर दो दिन में शेयर 5 फीसदी लुढ़क चुका है। वर्ष 2022 में अब तक टीसीएस 15 फीसदी तक लुढ़क चुका है। कंपनी का मार्केट कैपिटल 11 लाख 80 हजार करोड़ रुपये के स्तर पर है।