शामली। परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत विभिन्न सरकारी योजनाएं चलाई जाती हैं, लेकिन ये सिर्फ कागजों में दौड़ रही है और धरातल पर इसका प्रभाव नजर नहीं आता। प्रचार-प्रसार के दावे के बाद भी स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक नहीं कर पा रहा है। इसी वजह से नसबंदी में पुरुषों की भागीदारी पांच प्रतिशत से कम रहती है। नसबंदी के मामले में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं बहुत आगे हैं।

जिले में पिछले साल 2021-22 में 630 महिलाओं और 17 पुरुषों के नसबंदी ऑपरेशन हुए। इस साल में अब तक 130 महिलाओं और छह पुरुषों के नसबंदी ऑपरेशन हो पाए हैं। इससे पहले 2019-20 में महिला नसबंदी का वार्षिक लक्ष्य 1164 और पुरुष नसबंदी का लक्ष्य 177 था। इस साल में कुल नसबंदी ऑपरेशन 634 हुए, जिनमें 622 महिला और 12 पुरुष के हुए। इससे पहले 2018-19 में महिला नसबंदी का वार्षिक लक्ष्य 6354 और पुरुष का लक्ष्य 706 था। इस साल में कुल 576 नसबंदी ऑपरेशन हुए जिनमें 562 महिला और 14 पुरुष के हुए। इसके अलावा परिवार नियोजन के उपाय व साधन अपनाने में भी महिलाएं ही आगे रहती हैं।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत शासन की तरफ से पुरुष को नसबंदी कराने पर दो हजार रुपये और महिला लाभार्थी को 1400 रुपये दिए जाते हैं। पुरुष को धनराशि अधिक दिए जाने के बाद भी नसबंदी कराने वाले पुरुषों की संख्या कम रहती है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए शासन की तरफ से चलने वाले परिवार नियोजन कार्यक्रमों के लिए लोगों को जागरूक करने को प्रचार प्रसार किया जाता है। जिले में नसबंदी ऑपरेशन में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या अधिक है।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम की जानकारी देने और लोगों में जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूक करने के लिए सात से 10 जुलाई तक 17 सारथी वाहनों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार प्रसार किया गया है। मंगलवार से हर सीएचसी व जिला अस्पताल में गर्भ निरोधक वस्तुओं का वितरण करने साथ महिला व पुरुषों को जागरूक जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक सीएचसी पर नियत तिथि पर नसबंदी ऑपरेशन किए जाएंगे।

वर्ष 2011 में शामली जिला बना था। उस समय जिले की आबादी 12,74,185 थी। इसके बाद से हर साल दो से ढ़ाई प्रतिशत जिले की आबादी बढ़ रही है। 2020 में जिले की जनसंख्या बढ़कर 14,72,562 हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के अनुसार वर्तमान में जिले की जनसंख्या 16,07,543 है। इस तरह से 12 साल में जिले की जनसंख्या में 3,33,358 की वृद्धि हुई है।