फिरोजाबाद| फिरोजाबाद के थाना नारखी के फतेहपुर कोटला निवासी सेवानिवृत्त उद्यान निरीक्षक जगदीशपाल सिंह ने सदर तहसील में हुई नीलामी के दौरान 2003 में 32 बीघा जमीन ली थी। जमीन लेने के बाद उक्त भूमि पर अपना हक जताने के लिए तहसील, जनपद न्यायालय से लेकर हाईकोर्ट तक लड़ाई लड़ी। कई बार विवाद हुआ पर मंगलवार को कब्जा हटवाने के दौरान खुद जिंदगी की जंग हार गए।

मृतक जगदीश पाल सिंह के पुत्र योगेंद्र पाल का कहना है कि 2003 में सदर तहसील में हुई नीलामी के दौरान करीब 32 बीघा भूमि ली थी। इस भूमि पर कब्जा करने के लिए तहसील में आवेदन किया था। एक बार कब्जा भी मिल गया, लेकिन विपक्षी न्यायालय की शरण में चले गए थे। इस लड़ाई को तहसील से लेकर जनपद न्यायालय एवं हाईकोर्ट तक लड़ा था। हर जगह जीत हमारी ही हुई। क्योंकि हमें तो भूमि नीलामी में तहसील प्रशासन ने दी थी।

इस बार फसल को बोया था, लेकिन विपक्षियों ने करीब एक माह पूर्व खेत में खड़ी फसल को उजाड़ दिया था। इसकी शिकायत जिलाधिकारी के साथ ही एसडीएम सदर से गई थी। शनिवार को लगे थाना समाधान दिवस के दौरान भी शिकायत लेकर एसएसपी के पास गए थे। मंगववार को तहसीलदार सदर, थाना पुलिस फोर्स कब्जा हटाने को पहुंचे तो विपक्षियों ने ट्रैक्टर चढ़ाकर उनकी जान ले ली। इसमें दो महिला सिपाही भी घायल हुई हैं।

अवैध कब्जा हटाने गई राजस्व विभाग एवं पुलिस की टीम पर विपक्षी हाथ में लाठी डंडे के साथ हमलावर हो गए। ग्रामीणों के अनुसार हमलावरों के हाथों में दरांती के साथ खुरपी आदि थे। हमला करने वालों में महिलाएं एवं युवतियां तक थीं। वह पत्थर फेंकने के साथ तहसील की टीम से उलझ गई। युवकों ने ट्रैक्टर चढ़ा दिया। इसमें दो सिपाही घायल हो गए।

किसान जगदीशपाल सिंह के बेटे योगेंद्रपाल सिह ने बताया कि विपक्षियों ने पापा पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। इसके कारण वह अचेत हो गए। उन्होंने मेरे ऊपर भी ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया। लेकिन मैं तो बाल-बाल बच गया।

गढ़ी कल्याण में जमीन पर अवैध कब्जा हटाने गई टीम में तहसीलदार सदर पुष्कर मिश्रा, कानूनगो कृष्णकांत कठेरिया, लेखपाल अशोक कुमार, उप निरीक्षक शेरपाल, सुमरिन सिंह, कांस्टेबल शिवम चौधरी, डूंगर सिंह, सुरेंद्र कुमार, महिला सिपाही ऊषा चौधरी, राधा देवी, कोमल, छवि राणा व होमगार्ड तिलक सिंह व अवधेश कुमार शामिल थे।