नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के नए और उन्नत संस्करण को हाल ही में हरी झंडी दिखाई है. प्रधानमंत्री ने वंदे भारत ट्रेन की सवारी भी की और कहा कि देश के शहर ही भारत के भविष्य को आकार देंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि वह अगले 25 सालों में एक विकसित राष्ट्र बने. दरअसल, महाराष्ट्र और गुजरात की राजधानियों को जोड़ती है यह ट्रेन वंदे भारत ट्रेनों की श्रृंखला में तीसरी ट्रेन है.
बता दें कि वंदे भारत ट्रेन की इस श्रृंखला की पहली ट्रेन नई दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू की गई थी जबकि दूसरी ट्रेन नई दिल्ली से माता वैष्णो देवी, कटरा के बीच शुरू हुई थी. अब इसकी तीसरी ट्रेन गुजरात की राजधानी गांधीनगर से अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा होते हुए मुंबई जाएगी. पीएमओ ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस एक ‘‘गेम चेंजर’’ साबित होगी और भारत के दो व्यापारिक केंद्रों के बीच संपर्क को बढ़ावा देगी.
इस ट्रेन की काफी खासियतें भी हैं जो कि लोगों को जाननी काफी जरूरी है. रेलवे का कहना है कि यह ट्रेन यात्रियों को बेहतर और विमान यात्रा जैसा अनुभव प्रदान करेगी और इसमें सुरक्षा के आधुनिक उपाय हैं जिसमें कवच प्रौद्योगिकी भी शामिल है. यह स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर-रोधी प्रणाली- कवच सहित अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है.
गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस एक अक्टूबर से आम जनता के लिए शुरू हो चुकी है. रविवार को छोड़कर यह सप्ताह में छह दिन संचालित होगी. मुंबई सेंट्रल स्टेशन से यह ट्रेन सुबह 6.10 बजे रवाना होगी और दोपहर 12.30 बजे गांधीनगर पहुंचेगी. गांधीनगर से यह ट्रेन अपराह्न 2.05 बजे रवाना होगी और रात 8.35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी. इस दौरान यह ट्रेन सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद स्टेशन पर रुकेगी.