प्रयागराज. प्रयागराज के ट्रांसपोर्ट नगर के रहने वाले प्रवीण द्विवेदी ने UPPSC एग्जाम में 6वीं रैंक हासिल की है. उन्होंने बिना कोचिंग खुद से पढ़ाई कर यह कामयाबी पाई. प्रवीण के पिता स्वर्गीय राजेश चंद्र द्विवेदी, यूपी के फतेहपुर में सिंचाई विभाग में एक नलकूप ऑपरेटर के पद पर तैनात थे. राजेश चंद्र की हार्टअटैक से मौत के बाद पूरा परिवार बिखर सा गया था जिसका असर uppsc की तैयारी कर रहे प्रवीण के पढ़ाई पर भी पड़ा. पिता के देहांत के बाद पूरा परिवार फतेहपुर से प्रयागराज के ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट हो गया था.
प्रवीण के पिता की जगह उनके बड़े भाई सिंचाई विभाग में नौकरी करने लगे और फिर से परिवार पिछली जिंदगी को भूल नई जिंदगी की दौड़ में शामिल हो गया. प्रवीण अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए पढ़ाई में लगे रहे और महज 28 साल की उम्र में UPPSC का एग्जाम पास कर SDM बन गए.
यूपीपीसीएस में 6वां स्थान लाने पर प्रवीण कुमार ने कहा, उनकी इस सफलता का पूरा श्रेय उनके पिता को जाता है. पिता ने मेरी पढ़ाई के लिए काफ़ी संघर्ष किया था. उनका सपना था कि मैं अधिकारी बनूं, लेकिन दुर्भाग्य से 2018 में पिता की मौत हो गई थी. प्रवीण ने बताया कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई फतेहपुर के सरस्वती विद्या मंदिर से की है. इसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी किया. वहीं पर यूपीपीसीएस की तैयारी शुरु कर दी. चौथे प्रयास में सफलता मिली.
प्रवीण का कहना है कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं है, मेहनत व लगन से किया गया प्रयास कभी निरर्थक नहीं होता. प्रवीण सिविल सेवा को ही लक्ष्य बनाकर निरंतर डटे रहे, जिसका रिजल्ट रहा कि वे अपने तीसरे प्रयास में इस परीक्षा पास करने में सफल रहे.