शामली। शामली मेरठ-करनाल हाईवे स्थित पटनी प्रतापपुर टोल प्लाजा पर क्षेत्र के किसानों को टोल पर छूटने न दिए जाने के विरोध में ग्रामीणों को साथ लेकर भारतीय किसान यूनियन ने टोल पर हंगामा प्रदर्शन करते हुए बिना फास्ट ट्रैक की लाइन को बंद कर दिया। जिससे टोल पर कर्मचारियों के हाथ पैर फूल गए। बाद में टोल मैनेजर तथा भारतीय किसान यूनियन के लोगों के साथ 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले ग्रामीणों को टोल में छूट दिए जाने पर टोल को सुचारु किया गया।
मेरठ करनाल हाईवे स्थित पटनी प्रतापपुर टोल प्लाजा को शुरू हुए करीब 5 माह का समय बीत चुका है। पांच महीने में तीसरी कंपनी एमएस विनोद कुमार पर टोल प्लाजा का कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। 5 महीने बीत जाने के बाद भी क्षेत्रीय किसानों तथा ग्रामीणों को टोल टैक्स में छूट न मिलने के कारण आए दिन टोल प्लाजा पर हंगामा होता रहता है।
गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव जितेंद्र पिंडोरा की अगुवाई में क्षेत्र के किसानों तथा ग्रामीणों ने टोल प्लाजा की बिना टैग वाली लाइन को बंद कर हंगामा कर दिया।
ग्रामीणों की मांग करते हुए कहा कि वह 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी क्षेत्र के ग्रामीणों को टोल प्लाजा पर छूट दी जाए। आए दिन ग्रामीणों के साथ टोल प्लाजा कर्मी दुर्व्यवहार तथा किसानों के गन्ने व अन्य सामान को निकालने में टोल प्लाजा कर्मी परेशान करते हैं।
टोल प्लाजा की एक लाइन बंद होने से बिना टेक वाले वाहनों की लंबी लाइन लग गई। हंगामें के कारण टोल प्लाजा कर्मियों के हाथ पैर फूल गए तथा दो घंटे चली वार्ता में टोल प्लाजा मैनेजर मुकेश चौहान ने क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले ग्रामीणों को टोल पर आधार कार्ड या पहचान पत्र तथा अन्य आईडी दिखाने के बाद टोल से जाने का प्रावधान करने के बाद किसान तथा ग्रामीण शांत हुए। बाद में बिना टैग वाली लाइन को भी सुचारू कर दिया गया।