शामली। शामली के लोगों के लिए बडी खुशखबरी है। तहसील के पास उपरिगामी पुल स्वीकृत होने के बाद अब बलवा में भी दूसरा उपरिगामी पुल स्वीकृत कर लिया गया है। इसके लिए 25 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उपरिगामी पुल के स्वीकृत होने के बाद लोगों को जाम से लेकर हादसों से निजात मिलेगी। लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद उपरिगामी पुल का निर्माण होगा। साथ ही हादसों पर अंकुश लगाने के लिए एनएचएआई द्वारा ट्रैफिक सिग्नल लाइटें भी लगाई जाएगी। उपरिगामी पुल निर्माण तैयार होने में कम कम से दो साल लगेंगे।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय नई दिल्ली की ओर से जिले में दिल्ली- शामली, सहारनपुर हाईवे, मेरठ-करनाल हाईवे और पानीपत-खटीमा हाईवे और बाईपास का निर्माण कराया गया। जिले के पानीपत-खटीमा हाईवे के कंडेला-टपराना बाईपास और दिल्ली- शामली, सहारनपुर हाईवे के बलवा में बाईपास को जोड़ने वाले चौराहा, दिल्ली-शामली सहारनपुर हाईवे के शामली बाईपास पर शामली सदर तहसील, साईंधाम, मेरठ-करनाल हाईवे के टपराना-शामली बाईपास की जद में शामली- भैंसवाल रोड पर गोहरनी और बधेव में उपरिगामी पुल अथवा गोलचक्कर न बनाकर चौराहे बना दिए थे। जिसके कारण इन स्थानों पर हादसे हो रहे थे।
दो साल पहले बलवा में दिल्ली-शामली-सहारनपुर हाईवे को जोड़ने वाले पानीपत-खटीमा हाईवे के कंडेला बाईपास पर यूपी रोडवेज और इको कार की टक्कर होने से सड़क हादसा हो गया था। जिसमें एक सवारी की मौत और छह घायल हो गए थे। मामला केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय नई दिल्ली, जिला प्रशासन और एनएचएआई बागपत तक पहुंचा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय नई दिल्ली नितिन गडकरी के निर्देश पर भारत माला परियोजना के जीएम रविंद्र सिंह ने जांच रिपोर्ट सौंपी थी। आम नागरिकों की मांग पर शामली सदर तहसील और बलवा में उपरिगामी पुल की संस्तुति एनएचएआई नई दिल्ली को भेजी गई।शामली सदर तहसील के पास पहले ही उपरिगामी पुल स्वीकृत हो चुका है।
अब लंबी प्रतीक्षा के बाद बलवा में उपरिगामी पुल और सिग्नल लाइटें स्वीकृत की गई है। हालांकि, एनएचएआई के इंजीनियर राजन पांडे ने बताया कि बलवा और सदर तहसील के चौराहों पर सिग्नल लाइटें लगाई जाएगी। उनका कहना है कि बलवा उपरिगामी पुल का एस्टीमेट बनाकर केंद्रीय सड़क मंत्रालय नई दिल्ली को भेजा गया था। दिल्ली-शामली, सहारनपुर हाईवे की निर्माण एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर जितेंद्र बालियान ने बताया कि बलवा और सदर तहसील पर उपरिगामी पुल निर्माण से पहले बलवा और सदर तहसील में लोकसभा चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद सड़क हादसे रोकने के लिए ट्रेफिक सिग्नल लाइट लगाई जाएगी। बाद में उपरिगामी पुल का निर्माण कराने के लिए आनलाइन टेंडर छोड़ा जाएगा।
बलवा और सदर तहसील के पास लंबे समय से लोग उपरिगामी पुल की मांग कर रहे थे। आरोप था कि आए दिन इन स्थानों पर जाम लगता है। साथ ही हादसों की भी संभावना बनी रहती है, जिसके कारण लोगों को परेशानी होती है। लोगों ने कई दिनों तक धरना भी दिया था। अब उपरिगामी पुल की मांग पूरी होने पर लोगों में भी खुशी की लहर है। लोगों ने जल्द से जल्द उपरिगामी पुल की मांग की है।
जिले की यदि बात की जाए तो सेहटा, सिंभालका, लिलौन और मेरठ करनाल रोड पर पूर्वी यमुना पुल पर उपरिगामी पुल है। दो और उपरिगामी पुल बनने के बाद लोगों को राहत मिलेगी। तहसील के पास दो दिन पूर्व ही उपरिगामी पुल स्वीकृति के बारे में डीएम ने जानकारी दी थी।