अहमदाबाद: गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान पर विवाद हो रहा है. दरअसल, शुक्रवार को गुजरात में एक जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि अशांति फैलाने वालों को 2002 में सबक सिखाया गया था और तब जाकर राज्य में ‘स्थाई शांति’ कायम हुई. अमित शाह के इस बयान पर बहुत सारी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री के ‘2002 में दंगाइयों को सबक सिखाने’ वाले बयान पर तीखी टिप्पणी की है.
अहमदाबाद के वेजालपुर के जुहापुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘आपने हमें क्या क्या सबक सिखाया अमित शाह? बिलकिस के बलात्कारियों को छोड़ना सबक है? बिलकिस की 3 साल की बेटी को उसकी आंखों के सामने पटक कर मारने वालों को छोड़ देना सबक है? आपने हमें एहसान जाफरी और बेस्ट बेकरी जैसे तमाम सबक सिखाए. गृह मंत्री होते हुए अमित शाह कहते हैं कि उन्होंने हमें सबक सिखाए? क्या सबक सिखाए? दिल्ली में दंगे हुए.’ ओवैसी ने अपने भाषण में मुसलमानों के साथ भेदभाव होने की बात कही. वहीं कांग्रेस को भी घेरा और अरविंद केजरीवाल को ‘छोटा रिचार्ज’ कह दिया.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 25 नवंबर को गुजरात के नाडियाड खेड़ा में भाषण दे रहे थे. अमित शाह ने अपने भाषण में कहा, ‘कांग्रेस ने गुजरात में सांप्रदायिक और जातीय दंगे भड़काए थे. कांग्रेस अलग-अलग समुदायों और जातियों के लोगों को आपस में लड़ने के लिए उकसाती थी.’ फिर उन्होंने गोधरा कांड और उसके बाद हुए दंगों का जिक्र किया, जिसमें बड़े पैमाने पर गुजरात के अलग-अलग इलाकों में हिंसा हुई थी. केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने दावा किया, ‘गुजरात में 2002 में दंगे हुए, क्योंकि अपराधियों को कांग्रेस से लंबे समय तक मिले समर्थन की वजह से हिंसा की आदत हो गई थी.
उन्होंने अपने भाषण में आगे कहा, ‘लेकिन 2002 में दंगाइयों को सबक सिखाने के बाद, इन तत्वों ने अपराध का रास्ता छोड़ दिया. फिर 2002 से 2022 तक हिंसा नहीं की. भारतीय जनता पार्टी ने सांप्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके गुजरात में स्थाई शांति स्थापित की है.’ आपको बता दें कि गुजरात में विधानसभा की 182 सीटों के लिए आगामी 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होना है. पहले चरण में 89 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा, जबकि बाकी बची 93 विधानसभा सीटों के लिए दूसरे चरण में मतदान होगा. चुनाव परिणाम 8 दिसंबर को घोषित होंगे.