नई दिल्ली. बढ़ती महंगाई के त्योहारी सीजन में आम आदमी के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ रही है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाम ऑयल की कीमत में गिरावट दर्ज आ रही है और यह गिरकर एक साल के निचले स्तर पर आ गया है. लेकिन एफएमसीजी कंपनियां पॉम ऑयल के रेट में आई गिरावट को ग्राहकों को देने से कतरा रही हैं और कीमत में कटौती नहीं कर रहीं.
आपको बता दें इंडोनेशिया के प्रतिबंधों के बाद पाम ऑयल की कीमत में तेजी देखने को मिली थी. जिसके बाद सरकार के स्तर पर हुई पहल से कीमत में गिरावट आई थी. इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार एफसीजी कंपनियां पाम ऑयल में कमी आने के बावजूद राहत देने के लिए तैयार नहीं हैं. कंपनियों का कहना है कच्चा माल महंगा होने से कीमत में कटौती संभव नहीं है.
आने वाले समय में कीमत में और गिरावट आ सकती है. दूसरी तरफ धीरे-धीरे सरसों की फसल का समय नजदीक आने पर कीमत में गिरावट आ सकती है. पिछले एक से दो महीनों में गेंहू और चावल के रेट में 15 प्रतिशत तक की तेजी आई है. आपको बता दें पाम ऑयल गिरकर 90 रुपये प्रति लीटर तक आ गया है.