नई दिल्ली. इंटरनेट ने एक बटन के क्लिक के साथ सब कुछ सभी के लिए सुलभ बना दिया है। लेकिन हर क्लिक मददगार नहीं हो सकता। एक गलत क्लिक, या गलत एंट्री, आपको भारी परेशानी में डाल सकती है, जिसमें धन हानि भी शामिल है। ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड करने के लिए साइबर अपराधी धड़ल्ले से इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। हाल ही में नोएडा के एक शख्स को ऑनलाइन फ्रॉड में 10000 रुपये का नुकसान होते-होते बचा। इंडियाटूडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के सुनील कुमार नाम के एक व्यक्ति ने गलती से अपने रिश्तेदारों के बजाय गलत बैंक अकाउंट नंबर में 22,000 रुपये डाल दिए। यह उनकी परेशानियों की शुरुआत भर थी और इसके लिए उनके अलावा और कोई दोषी नहीं है।
सुनील को अपने पैसे ट्रांसफर करते समय हुई गलती का एहसास हुआ और उसने तुरंत अपने बैंक को इसके बारे में सूचित किया। लेकिन जब उन्हें बैंक से कोई मदद नहीं मिली तो उन्होंने ट्विटर का सहारा लिया और बैंक के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को टैग कर मदद मांगी।
हालांकि, सुनील के ट्वीट ने साइबर अपराधियों का ध्यान खींचा, जिन्होंने फिर उससे संपर्क किया और उसे एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा। उन्होंने वादा किया कि वह अपना पैसा वापस कर देंगे।
आश्चर्यजनक रूप से जालसाजों ने सुनील से अपने बैंक अकाउंट की जानकारी मांगी! ऐसा कुछ है जो कभी नहीं करना चाहिए। एक बार जब उन्हें उनके अकाउंट कि डिटेल मिली, तो उन्होंने 2000 रुपये निकालने का प्रयास किया, लेकिन प्रयास विफल रहा। उन्होंने फिर कोशिश की और इस बार उन्होंने 10000 रुपये निकालने की कोशिश की।
प्रयास सफल रहा होगा, लेकिन सुनील के बैंक खाते में केवल 9,999.99 रुपये थे। चूंकि उसके पास पर्याप्त पैसा नहीं था, इसलिए उसे इस बारे में सूचित करने के लिए बैंक से एक वॉर्निंग मैसेज मिला। हालांकि, जो महत्वपूर्ण था वह यह था कि धोखेबाज पैसे नहीं निकाल सके क्योंकि सुनील के अकाउंट में केवल एक पैसा कम था! अलर्ट मैसेज मिलने पर, कुमार को एहसास हुआ कि वह एक साइबर अपराध का शिकार है और उसने तुरंत नोएडा पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई।
अपराधियों द्वारा लोगों को ठगने के लिए इन तरीकों का तेजी से उपयोग किया जा रहा है और जो कोई भी ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन करता है उसे इन साइबर अपराधियों की गतिविधियों से सावधान रहना चाहिए। इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी संदिग्ध ऐप डाउनलोड न करें या अपने बैंक अकाउंट की डिटेल या इंफॉर्मेंशन किसी के साथ शेयर न करें। यहां कुछ टिप्स दी गई हैं जिनका उपयोग आप साइबर या ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड से बचाने के लिए कर सकते हैं।
स्टेप 1: किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें और संदिग्ध ऐप को डाउनलोड ना करें। हमेशा ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं। इसके अलावा किसी भी ऐप को डाउनलोड करने के पहले उसकी रेटिंग और कमेंट जरूर चेक करें।
स्टेप 2: कभी भी किसी के साथ अपनी बैंक डिटेल जैसे कि अकाउंट नंबर, पिन नंबर शेयर ना करें।
स्टेप 3: ईमेल या कॉल प्राप्त होने पर उसका सोर्स चेक करें। इसके लिए आप ऑफिशियल साइट की मदद ले सकते हैं।
स्टेप 4: किसी भी इमरजेंसी में, बैंक की ऑफिशियल साइट पर दिए नंबर्स पर ही कॉल करें। ऑनलाइन नंबर ढूंढने पर आप धोखेबाजों के जाल में फंस सकते हैं।
स्टेप 5: समय-समय पर अपना एटीएम कार्ड का पिन नंबर चेंज करते रहे और किसी के साथ शेयर ना करें।