नई दिल्ली। 8 नवंबर 2016 को बड़ी नोटबंदी हुई और 500 के अलावा 1000 रुपये के नोट बैन कर दिए गए. एक छोटी नोटबंदी 19 मई 2023 को हुई, जिसमें 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से हटाने का ऐलान किया गया.
बड़ी नोटबंदी में तत्काल प्रभाव से फैसले लागू हुए तो मिनी नोटबंदी में इसके लिए 4 महीने तक का समय दिया गया है. अब सवाल है कि क्या बड़ी नोटबंदी का मकसद हासिल हुआ था और क्या 2000 रुपये के नोटों को हटाने का भी जो मकसद है, वो पूरा हो पाएगा?