उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देव दीपावली के मौके पर बाबा विश्वनाथ धाम को देसी और विदेशी फूलों से सजाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि विशाखापट्टनम के बाबा विश्वनाथ के भक्त के बाबूराव परिसर की सजावट कर रहे हैं, इसमें 80 लाख रुपए के फूलों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरीडोर या विश्वनाथ धाम के लिए यह पहली देव दीपावली है. पूरे धाम को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. विश्वनाथ धाम लाख-दो लाख के फूलों से नहीं, बल्कि देव दीपावली पर 80 लाख के फूलों से सजावट की जाएगी.
बता दें कि बाबा विश्वनाथ धाम के इस 80 लाख रुपयों के फ्लावर डेकोरेशन का काम विशाखापट्टनम के बाबा विश्वनाथ के भक्त के बाबूराव निशुल्क कर रहें हैं. सजावट में विदेशी फूल भी शामिल हैं.
काशी विश्वनाथ धाम की यह पहली देव दीपावली है. 80 लाख के फूलों की सजावट से इसको और भी खास बनाने की तैयारी है. विश्वनाथ धाम के कोने-कोने में फूलों की खुशबू महकेगी, जिसमें ऑर्किड, एन्थुरियम – राजहंस, लीलुम्स – कुमुदिनी, हाइड्रेंजिया, कार्नेशन, गुलाब, जिप्सी, ब्लू डाई, कृशांति, रजनीगंधा, गोम्फरेना, मदार और कमल के फूल मुख्य रूप से शामिल हैं.
फ्लावर डेकोरेटर के. बाबूराव बताते हैं कि देसी-विदेशी के साथ स्थानीय फूलों से सजावट की जा रही है. उन्होंने बताया कि वे तिरुपति बालाजी सहित तमाम मंदिरों में फ्लावर डेकोरेशन कर चुके हैं. वे बताते हैं कि काशी विश्वनाथ का मुख्य मंदिर, कालभैरव मंदिर और चार घाटों को डेकोरेट कर रहे हैं.
बाबा विश्वनाथ की सेवा में वे लगभग 80 लाख के फ्लावर डेकोरेशन का काम मुफ्त में कर रहें हैं, जिसमें फूल, ट्रांसपोर्टेशन और वर्कर का भी सारा खर्चा वे खुद उठा रहें हैं. वहीं फूलों की सजावट में लगे कारीगर संजय कुमार ने बताया कि वह विश्वनाथ धाम पर सजावट के काम में शनिवार सुबह से लगे हैं. कुल 100 मजदूर सजावट का काम चौबीसों घंटे कर रहें हैं.
फूलों की ऐसी सजावट का काम पहले कभी विश्वनाथ धाम में नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि देश के कोने-कोने से फूल मंगाए गए हैं. फूलों की ताजगी बनाए रखने के लिए एसी हॉल तैयार किया जा रहा है. देव दीपावली पर 7 नवंबर की सुबह 9 बजे तक उनका काम पूरा हो जाएगा.