शामली। बागपत एनएचएआई ने बजट का अभाव बताकर कई परियोजनाओं में कटौती कर आम नागरिकों के सामने परेशानी खड़ी कर दी है। परियोजनाओं में कटौती होने से पूर्वी यमुना नहर के ऊपर बलवा और बधेव-मुंडेट कलां उपरिगामी पुल बना दिए गए है, किंतु दोनों जगहों पर उपरिगामी पुल की सर्विस लाइन नहीं बनाए जाने से आम लोगों को परेशानी बढ़ गई है। नवीन मुख्यालय आने-जाने के लिए मेरठ-करनाल हाईवे के बाईपास को नहर पटरी से जोड़ने के लिए सर्विस लेन नही बनाई गई है।
मेरठ-करनाल हाईवे का टपराना-शामली बाईपास बधेव और मुंडेट कलां के बीच पूर्वी यमुना नहर पुल बना दिया है। पुल के नीचे पूर्वी यमुना नहर की पटरी के किनारे जिला संयुक्त अस्पताल, सीएमओ कार्यालय और नवीन जिला मुख्यालय पर विकास भवन, जवाहर नवोदय विद्यालय संचालित है।
यहां कलक्ट्रेट, डीएम आवास कॉलोनी, जिला जज न्यायालय कार्यालय प्रस्तावित है। बागपत एनएचएआई की ओर से मुंडेट कला और बधेव के बीच पूर्वी यमुना नहर के ऊपर गुजर रहे उपरिगामी पुल और पटरी को जोड़ने के लिए सर्विस लेन का निर्माण नहीं कराया गया है। पिछले छह माह से मेरठ- करनाल का टपराना- शामली बाईपास तीन माह पूर्व बन कर तैयार हो चुका है।
दूसरी ओर दिल्ली रोड पर बलवा से लेकर कंडेला तक जाने वाला पानीपत-खटीमा हाईवे का बाईपास प्रस्तावित किया गया था। बाईपास पिछले एक साल से तैयार हो चुका है। किंतु दिल्ली रोड से बलवा- कंडेला का पानीपत खटीमा हाईवे के बाईपास को नहर पटरी से जोड़ने के लिए सर्विस लेन का निर्माण नहीं किया गया है।
हालांकि पूर्वी यमुना नहर पुल की पटरी पर बागपत, शामली, सहारनपुर जिले के वाहनों का अधिक आवागमन रहता है। यह नहर की पटरी मिनी बाईपास के रूप में प्रयोग की जा रही है। 18 दिन पूर्व दिशा की बैठक में कैराना सांसद प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता और एमएलसी, वीरेंद्र सिंह, डीएम रविंद्र सिंह की मौजूदगी में रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी ने मामला उठाया था। उन्होंने पूर्वी यमुना नहर की पटरी से मेरठ- करनाल हाईवे का टपराना-शामली बाईपास और बलवा- कंडेला का पानीपत- खटीमा हाईवे को पूर्वी यमुना नहर की पटरी को जोड़ने के लिए सर्विस लेन बनाए जाने की मांग रखी थी।
सदर विधायक ने शामली तहसील के सामने हादसों को रोकने के लिए सर्विस लेन को चौड़ा करने मुद्दा उठाया था। उनका कहना है कि एनएचएआई की ओर से बजट कम करने के लिए सदर तहसील की चारदीवारी और भवन को नहीं तोड़ा गया था। इसलिए मौके पर मौजूद भूमि में कम चौड़ाई की सर्विस लेन बनाई गई है।
मेरठ- करनाल हाईवे का टपराना-शामली बाईपास सहारनपुर रोड पर अंबा विहार और मुजफ्फरनगर रोड से होता हुए दिल्ली- शामली, सहारनपुर बाईपास पर शामली तहसील के पास मिलना था। बागपत एनएचएआई की ओर से अधिसूचना जारी की गई थी। एनएचएआई की ओर से अधिसूचना निरस्त किए बिना मेरठ- करनाल हाईवे का टपराना-शामली बाईपास को मोड़कर अंबा विहार से सहारनपुर रोड पर क्रॉस जंक्शन में मिला दिया गया।
सहारनपुर रोड से एक विवाह मंडप से लेकर तहसील की ओर जाने वाले बाईपास पर उपरिगामी पुल को प्रस्तावित किया गया है। अंबा विहार के बीच से जाने वाले बाईपास को रोककर परियोजना में कटौती कर दी गई। इसी प्रकार सदर तहसील के सामने उपरिगामी पुल की परियोजना बताई जा रही थी, बाद में इस उपरिगामी पुल की परियोजना को निरस्त कर दिया गया।