शामली । 104 किमी लंबी मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन की मांग 25 सालों से चली आ रही है। कैराना के तत्कालीन सांसद हुुकुम सिंह ने यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने वर्ष 2016 में आम बजट में नई रेलवे लाइन की मांग रखी थी। जिसमें रेलवे लाइन के लिए 2200 करोड़ का अनुमानित बजट रखा गया था। सांसद की पैरवी पर कैथल- करनाल, शामली और मेरठ रेलवे लाइन का सर्वेक्षण हुए चार साल हो चुके हैं। बाद में मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन की 3500 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनकर केंद्रीय रेलवे मंत्रालय को भेजी जा चुकी है।
रेलवे मंत्रालय से मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन की भूमि अधिग्रहण के लिए पानीपत के दीवाना से लेकर दौराला तक पिलर्स लगाए गए। सहारनपुर और बिजनौर लोकसभा प्रभारी बनने के बाद केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव जब सहारनपुर आए तो कैराना के सांसद प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में जन हित संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मेरठ पानीपत नई लाइन का जल्द कार्य शुरू करने की मांग उठाई थी। मंत्री अश्वनी वैष्णव के आश्वासन के बाद इस नई रेलवे लाइन को केंद्रीय रेलवे बोर्ड नई दिल्ली को मंजूरी को भेजा गया था। फाइल गज शक्ति यूनिट में लंबित पड़ी थी। केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन को रेलवे मंत्रालय की गज शक्ति इकाई दिल्ली से मंजूरी हो गई है।
बताया कि इस नई रेलवे लाइन को भारत सरकार के नीति आयोग में स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है। संसद के नए सत्र के दौरान केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव से मिलकर प्रगति की जानकारी लेंगे। नीति आयोग से स्वीकृति के बाद कैबिनेट की बैठक में मंजूरी के लिए फाइल को प्रस्तुत की जाएगी। कैबिनेट की बैठक में मंजूरी के बाद मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन का निर्माण का रास्ता साफ होजाएगा। भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को मुआवजा धनराशि स्वीकृत होकर वितरित करने का कार्य शुरू हो जाएगा।
हरियाणा और पश्चिमी यूपी के चार जिलों को मिलेगा लाभ
मेरठ- पानीपत नई रेलवे लाइन की मंजूरी होने से हरियाणा के पानीपत और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली, मुजफ्फरनगर और मेरठ जिलों को लाभ मिलेगा। हरियाणा की औद्योगिक नगरी पानीपत और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मेरठ नगरी में उद्योग-व्यापार का कारोबार में इजाफा होगा। हरियाणा-राजस्थान और पंजाब राज्यों को आने जाने की सुविधा सवारियों को मिलेगी। हरियाणा के पानीपत जिला का दिवाना, शामली जिले का एलम, मेरठ जिला का दौराला में नए जंक्शन विकसित होंगे। मेरठ से लेकर पानीपत तक नई रेलवे लाइन बनने से औद्योगिक गलियारा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र विकसित होंगे।
हरपाल पंवार ने उठाई थी मांग
पूर्व सांसद हरपाल पंवार ने मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन के निर्माण की मांग अपने कार्यकाल में जोर-शोर से उठाई थी। इसके लिए उन्होंने संसद में भी प्रस्ताव रखा था। इसके अलावा वे दिल्ली में जाकर कई अधिकारियों से मिले थे। अब गज शक्ति यूनिट से फाइल आगे जाने के बाद निर्माण की उम्मीद जग गई है।