शामली। जिला प्रशासन और किसानों के दबाव के बावजूद जिले की चीनी मिलों ने पिछले 15 दिनों में 51.74 करोड़ रुपये किसानों का गन्ना भुगतान दिया है। शामली मिल ने दस करोड़, ऊन मिल ने 17.50 करोड़ और थानाभवन मिल ने 24.23 करोड़ का भुगतान किया है।
गन्ने विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021-22 पेराई सत्र में थानाभवन मिल ने 254.68 करोड़, ऊन चीनी मिल ने 217.22 करोड़ और शामली मिल ने 169.85 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। अभी भी तीनों चीनी मिलों पर 509.89 करोड़ बकासा है। इस बार पेराई सत्र खत्म होने के बाद से ही बकाया गन्ना भुगतान के लिए जिला प्रशासन और किसानों की ओर चीनी मिलों पर दबाव बनाया जा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए पेराई सत्र से पहले संपूर्ण गन्ना भुगतान कराने के निर्देश चीनी मिलों को दिए थे। अगस्त माह में डीएम जसजीत कौर के निर्देश पर शामली, ऊन और थानाभवन चीनी मिलों के अफसरो को आठ घंटे तक बंधक बनाया था। 11 सितंबर को शामली चीनी मिल के संयुक्त प्रबंध निदेशक राहुल लाल को कलक्ट्रेट में बुलाकर गन्ना भुगतान के लिए दबाव बनाया गया।
रालोद कार्यकर्ताओं ने शामली और ऊन मिल गेट पर धरना-प्रदर्शन किया था। बाद में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पांच सितंबर को कलक्ट्रेट कार्यालय में बकाया गन्ना भुगतान के मुद्दे पर बेमियादी धरना शुरु कर दिया था। छह सितंबर को गठवाला खाप के किसान ने शामली चीनी मिल के गेट पर उपवास पर बैठे थे। 9 करोड़ बकाया गन्ना भुगतान का चेक लेकर गठवाला खाप के किसानों ने उपवास समाप्त किया था। दूसरी ओर, 13 सितंबर को भाकियू के दबाव में पेेराई सत्र से पूर्व जिले की चीनी मिलों ने 140 करोड़ रुपये का बकाया गन्ना भुगतान करने का आश्वासन मिलने पर बेमियादी धरना समाप्त कर दिया था। किसान के दबाव के बाद जिले की चीनी मिले पिछले 15 दिनों में 51.74 करोड़ किसानों का बकाया भुगतान किया है। जिनमें शामली चीनी मिल दस करोड़, ऊन चीनी मिल 17.50 करोड़, थानाभवन चीनी मिल 24.23 करोड़ का बकाया भुगतान कर पाई है।
– जिले की चीनी मिलों के बकाया भुगतान की स्थिति
मिल- कुल भुगतान-किया गया भुगतान-अवशेष भुगतान
1- शामली-374.67- 169.85-204.82 करोड़
2- ऊन- 337.00- 217.22- 119.77 करोड़
3- थानाभवन-439.99- 254.68-185.30- करोड़
कुल योग- 1151.65- -641.76- -509.89 करोड़
मिलों का भुगतान प्रतिशत
शामली-45.33
ऊन- 64.46
थानाभवन- 57.88
कुल भुगतान- 55.73