शामली। देशभर में हॉट सीट मानी जाने वाली कैराना लोकसभा सीट पर मतदाताओं के बदले रुख ने प्रत्याशियों के गणित को भी उलझाकर रख दिया। इस सीट पर भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर है। हालांकि, कुछ स्थानों पर बसपा का हाथी भी दौड़ता नजर आया। इस सीट पर सुबह के समय मतदान धीमा रहा। गठवाला खाप के गांवों में भी दोपहर तक मतदान के लिए लोग बाहर नहीं निकले।
इस बार देखने को मिला कि मतदाताओं ने साइलेंट होकर मतदान किया। जिस भी प्रत्याशी की सेंधमारी अपने कोर वोटरों के अलावा अन्य में ज्यादा होगी, वही जीत दर्ज करेगा। मगर इतना साफ है कि हार जीत का अंतर इस बार कम रहने की उम्मीद है।
कैराना लोकसभा सीट देशभर में पलायन के मुद्दे को लेकर चर्चाओं में आई थी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सभी ने हाल ही में हुई जनसभाओं में पलायन के मुद्दे का जिक्र करते हुए एक वर्ग के मतदाताओं को अपनी ओर करने का प्रयास किया था। इस सीट पर भाजपा ने सांसद प्रदीप चौधरी, सपा ने इकरा हसन, बसपा ने श्रीपाल राणा को चुनाव मैदान में उतारा है। इनके अलावा छह निर्दलीय समेत 11 प्रत्याशी और चुनाव मैदान में थे।
मुस्लिम बहुल इलाकों में सपा की साइकिल पूरी रफ्तार से दौड़ी तो गुर्जर, हिंदू बहुल इलाकों में कमल का फूल भी खूब खिला। हालांकि, दलित बहुल इलाके बडियाल, शामली का नया बाजार, सिलावर में हाथी भी रफ्तार के साथ दौड़ता नजर आया। मुस्लिम बहुल कैराना में सपा की साइकिल दौड़ती नजर आई। गुर्जर बहुल गांवों और शामली शहर में ध्रुवीकरण का असर साफ दिखाई दिया।
उधर, थानाभवन कसबे में मुस्लिम बहुल बूथों पर सपा की साइकिल दौड़ती नजर आई तो वैश्य, पंजाबी और अन्य बिरादरियों के बूथों पर कमल खिल रहा था। जाट बहुल लाक, लिसाढ़, और बहावडी में मतदाता भाजपा, सपा में बंटे नजर आए। गठवाला खाप के लिसाढ़ गांव में दोपहर 12 बजे चारों बूथ खाली पड़े थे। यहां मौजूद लोगों ने बताया कि इस बार मतदान थोड़ा धीमा है, हालांकि लोगों ने दोपहर बाद खेतों से लोगों के आने के बाद मतदान बढ़ने की बात कहीं।
ऊन क्षेत्र में भी मतदान रुझान उतार चढ़ाव भरे रहे। इस बार मतों का धुव्रीकरण रहा। मतदाता भी एक तरह से बंटे नजर आए। ठाकुर बहुल हरड़ फतेहपुर, नौजल, मनठ, गांव में भाजपा का विरोध भी देखने को मिला।
यहां पर भाजपा के साथ-साथ सपा और बसपा ने भी वोटों में सेंध लगाई। भनेड़ा उग्गा में भाजपा का फूल खिलता नजर आया। मुस्लिमों का रुझान गठबंधन के पक्ष में दिखाई दिया। एससी का रुझान वैसे तो बसपा की तरफ रहा मगर सपा और भाजपा भी इन वोटों में सेंध लगाती नजर आई। सवर्ण और ओबीसी मतदाताओं पर मोदी फैक्टर का असर नजर आया। मतदाताओं के बदले रुख ने इस बार प्रत्याशियों का गणित भी बिगाड़कर रख दिया।
गंगोह और नकुड़ में भी कहीं पर भाजपा का फूल खिलता नजर आया तो कहीं पर सपा की साइकिल दौड़ती नजर आई। बसपा के हाथी ने भी कुछ गांवों में दौड़ लगाई। ठाकुरों की नाराजगी का फायदा सपा को मिलता नजर आया। जिस भी प्रत्याशी ने एक-दूसरे के वोटरों में अधिक सेंधमारी की होगी, वही जीत दर्ज करेगा। हालांकि मतगणना के बाद ही कहा जा सकेगा कि कैराना लोकसभा सीट पर जीत का सेहरा किसके सिर पर बंधेगा।
मुस्लिम बूथों पर सुबह ही उमड़ पड़ी भीड़
कैराना, थानाभवन और गढ़ीपुख्ता में सुबह ही मुस्लिम बूथों पर मतदाताओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। हालांकि, 9 बजे के बाद भीड़ कम रही। दोपहर बाद फिर से यहां पर मुस्लिम मतदाताओं ने मतदान किया। अन्य बूथों पर मतदान थोड़ा धीमा रहा। दोपहर बाद मतदान की गति कुछ बढ़ती नजर आई। हिंदू बहुल शामली के हिंदू कन्या इंटर कॉलेज, आर्य समाज मंदिर, किसान धर्मशाला, ऊन में दोपहर के समय वोटरों की भीड़ उमड़ी रही।
कैराना लोकसभा चुनाव परिणाम 2019
पार्टी प्रत्याशी वोट
प्रदीप चौधरी -भाजपा- 566961
तबस्सुम हसन-सपा- 474801
अंतर- 92160