बिजनौर. नारियल कांड में फंसी नहर पटरी सड़क का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो सका है। मौसम भी गर्म हो चला है लेकिन सड़क अधर में लटकी हुई है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नारियल टूटने की बजाय सड़क टूट जाने का मामला इतना पेचीदा हो गया है कि सड़क का निर्माण ही अधर में लटक गया। जांच के लिए बनाई गईं तीन कमेटियां अभी तक अपनी जांच पूरी नहीं कर सकीं हैं। नमूनों की लैब से रिपोर्ट भी नहीं आई है जिससे सड़क का निर्माण फिर से शुरू नहीं हो सका है। सड़क पर पत्थर पड़े हुए हैं, जिनसे गुजरना मुश्किल हो गया है।
गौरतलब है कि झालू से लेकर खेड़ा गांव तक नहर पटरी पर निर्माण चालू हुआ था और सात सौ मीटर लंबी सड़क बना ली गई। पिछले साल दो दिसंबर को सदर विधायक सूचि मौसम चौधरी इस सड़क उद्घाटन करने के लिए पहुंची। उन्होंने नारियल फोड़ने की कोशिश की तो सड़क उखड़ गई जबकि नारियल नहीं टूट पाया। यह मामला इतना उछला की तीन जांच कमेटियां बन गईं। इतना ही नहीं इस सड़क को लेकर सिंचाई विभाग के अवर अभियंता और सहायक अभियंता को निलंबन झेलना पड़ा। सड़क जांच में फंसी तो निर्माण अधर में लटक गया था। तब से लेकर अब तक सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है।
नमूनों की जांच रिपोर्ट का आना बाकी
जांच कमेटी ने सड़क निर्माण में लगी सामग्री का नमूना लेकर जांच के लिए लैब में भेजा था। तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक नमूनों की रिपोर्ट नहीं आई है। जिसके चलते दो सदस्यीय विभागीय जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार नहीं कर सकी। जांच कमेटी को अपनी रिपोर्ट तैयार कर मुख्य अभियंता को प्रस्तुत करनी थी।
– सड़क को बनाए जाने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। पत्थर डाल दिया गया है। मिट्टी का काम पूरा हो चुका है। 11-12 मार्च से सड़क निर्माण शुरू हो जाएगा।
– सड़क के निर्माण में लगी सामग्री के नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही रिपोर्ट तैयार कर प्रेषित की जाएगी।