बिजनौर। घेर रामबाग निवासी एक युवती ने सदर तहसील के नायब तहसीलदार के विरुद्ध 156 (3) सीआरपीसी के तहत दिए प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें कहा गया था कि नायब तहसीलदार ने फेसबुक पर मैसेज से उससे बात करनी शुरू की। पहले तो वह सही बात करता था। मगर, कुछ दिन बाद गलत अश्लील मैसेज भेजने लगा। उसका मोबाइल नंबर भी उसने ले लिया। फोन करके उसे मिलने के लिए बुलाने लगा। साथ ही संबंध बनाने की बात करने लगा।

इस पर उसने बात बंद कर दी। फिर भी वह उसे कॉल करता रहा। जब उसने शिकायत की बात की तो कहने लगा कि मैं अधिकारी हूं मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता तुम्हें ही उलटे झूठे मुकदमे फंसवा दूंगा। उसने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इस मामले की शिकायत पुलिस एवं अधिकारियों से करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, उसने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर नायब तहसीलदार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई थी।

मंगलवार को इस मामले में नाटकीय मोड़ आ गया। पीड़िता ने कहा कि वो अपने प्रार्थना पत्र कोई कार्रवाई नहीं चाहती है। बता दें कि इस मामले के चलते ही नायब तहसील को सदर तहसील से हटा दिया गया था। अब सूत्रों का दावा है दोनों के बीच कोर्ट के बाहर समझौता हो चुका है।