मुजफ्फरनगर। आठ साल पहले पेशी के दौरान कुख्यात विक्की त्यागी की हत्या के मामले में बचाव पक्ष ने स्थगन प्रार्थना पत्र दिया। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 27 सितंबर की तिथि तय की है। उधर, वादी सुप्रभा त्यागी भी कोर्ट में हारिज हुई।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी परमिंदर सिंह ने बताया कि प्रकरण की सुनवाई पर जिला एवं सत्र न्यायालय संख्या सात में चल रही है। बुधवार को बचाव पक्ष की ओर से स्थगन प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसके बाद सुनवाई की अगली तिथि तय की गई है। मुख्य आरोपी सागर मलिक नैनी और सौरभ मलिक लखनऊ जेल में बंद है। दोनों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही कराई जाती है। अदालत ने दोनों आरोपियों को व्यक्तिगत पेशी कराए जाने पर रोक लगा रखी है।
16 फरवरी 2015 को जिला कारागार से पुलिस सुरक्षा में विचाराधीन बंदी विक्रांत त्यागी उर्फ विक्की को अदालत में लाया गया था। वकील की वेशभूषा में पगड़ी बांधे हमलावर ने कठघरे में ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर विक्की त्यागी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने मौके से पिस्टल के साथ आरोपी सागर मलिक को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले की पहली रिपोर्ट गारद में शामिल सिपाही संत कुमार ने थाना नई मंडी में दर्ज कराई थी। जिसका सत्र परीक्षण 787 सन 2019 लंबित है। दूसरी एफआईआर मृतक की माता सुप्रभात त्यागी ने थाना सिविल लाइन में दर्ज कराई थी। जिसका सत्र परीक्षण 98 सन 2017 विचाराधीन है।