प्रयागराज. धरती पर भगवान का दर्जा प्राप्त करने वाले डॉक्टर अब सरकारी होने से परहेज करने लगे हैं. इसका जीवंत उदाहरण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से निकाली गई चिकित्सा अधिकारी की भर्ती से ले सकते हैं. आयोग की ओर से कुल 488 चिकित्सा अधिकारी जनरल फिजिशियन के पद निकाले गए थे. जहां सिर्फ 221 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया.
साक्षात्कार संबंधित सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद 57 अभ्यर्थी इस पद के लिए योग्य मिले. योग्य अभ्यर्थियों का इंटरव्यू 8 और 9 मई को कराया जाएगा. आयोग की वेबसाइट पर एडमिट कार्ड जारी किया गया है. साथ ही मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के 12 पदों पर भर्ती के लिए 8 और 9 मई को भी साक्षात्कार होगा.
प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की भारी कमी है इसकी भर्ती हो रही है. लेकिन अब भर्ती नहीं मिल रही है. दिसंबर 2022 में चिकित्सा अधिकारी जनरल सर्जरी के 401 पदों की भर्ती निकली. लेकिन पद के सापेक्ष 281 आवेदन आए. साक्षात्कार के लिए 83 अभ्यर्थी योग्य पाए गए .
आयोग की सचिव विनोद कुमार गौड़ ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर पैथोलॉजी के 8 पदों के लिए 8 और 9 मई को साक्षात्कार होगा. ऑप्थमेलॉज़ी के 2 पदों के लिए 8 मई को होने वाले साक्षात्कार में 31 और एंटी के 2 पदों के लिए 9 मई को 7 अभ्यर्थी बुलाए गए हैं. आवेदन के आंकड़ों को देखकर लगता है कि सरकारी सेवा में चिकित्सक कम रुचि ले रहे हैं.