वजन बढ़ना आजकल की एक सबसे बड़ी समस्या बन गई है। खाने-पीने के गलत आदतों और सुस्त जीवनशैली की वजह से अधिकतर लोग मोटापे की चपेट में आ रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि वजन जितनी तेजी से बढ़ता है, उतनी तेजी से कम नहीं होता है। यही वजह है कि अधिकतर लोग वजन कम करने के दौरान बीच में ही हार मान जाते हैं।
अगर आप इस काम को पूरी मेहनत और हिम्मत के साथ करें, तो आपको जल्दी और अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। इसका एक नया उदाहरण डेंटिस्ट अवजीत सिंह हैं। कनाडा में डेंटल लाइसेंसिंग का एग्जाम दे रहे अवजीत हमेशा स्वस्थ रहते थे, लेकिन कनाडा जाने और एक नया लाइफस्टाइल अपनाने के कारण उनका वजन काफी बढ़ गया था।
विदेश में अकेले रहना, पढ़ाई और पार्ट टाइम जॉब आदि की वजह से उन्होंने अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना छोड़ दिया था। बढ़ते मोटापे से परेशान अवजीत ने हालात बिगड़ने के इंतजार नहीं किया और वजन कम करना शुरू कर दिया। कड़ी मेहनत और लगन के साथ 106 किलो के अवजीत ने सिर्फ 3 महीने में लगभग 21 किलो वजन कम कर लिया। उनकी यह वेट लॉस ट्रांसफॉर्मेशन स्टोरी से आपको भी सबक लेना चाहिए। चलिए जानते हैं यह चमकार हुआ कैसे।
अवजीत खुद को एक टिपिकल पंजाबी बताते हैं जिसे खाने का बहुत शौक है। पहले वो हेल्दी डाइट लेते थे लेकिन कनाडा में पढ़ाई के दौरान उनका वजन काफी बढ़ गया था क्योंकि वो अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे। अकेले रहना, पढ़ाई का बोझ, फास्ट एंड पैकेज्ड फूड आइटम का अधिक सेवन करना आदि की वजह से उनका वजन बढ़ने लगा। इससे उन्हें कई हेल्थ इश्यू होने लगे और इसका असर उनके डेली वर्क पर रूटीन पर पड़ने लगा। इसी बीच वो सर्टिफाइड नूट्रिशनिस्ट एंड स्ट्रेंथ कोच रिहाना कुरैशी से मिले, जिन्होंने वजन कम करने में उनकी हेल्प की।
अवजीत का लाइफस्टाइल बहुत ज्यादा बिजी था। दिन में कॉलेज, कॉलेज के बाद पार्ट टाइम नौकरी, खाना पकाने का समय नहीं होना, फास्ट फूड का सेवन आदि कारणों से उनका मोटापा बढ़ रहा था। उनके बिजी लाइफस्टाइल को देखते हुए उनके लिए डाइट प्लान तैयार किया गया था। उनके खाने में ऐसी चीजें शामिल की गईं जिनसे उनका पेट भरा रहे, बार-बार भूख न लगे और साथ ही वजन कम होता रहे।
बिजी लाइफस्टाइल के चलते उन्हें एक्सरसाइज का बहुत कम समय मिला। हालांकि नियमित रूप से वॉल्क करते थे। इससे उन्हें बहुत फायदा मिला। जब इससे उन्हें रिजल्ट मिलने लगा, तो इसके बाद उन्होंने एक्सरसाइज भी करनी शुरू कर दी।
अधिक वजन होने के कई नुकसान हैं। इसकी वजह से सबसे ज्यादा मेटाबोलिक से जुड़ी समस्याएं होती हैं और यही वजह है कि मोटे लोगों को अन्य लोगों की तुलना में कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का अधिक जोखिम होता है। वजन बढ़ने से उनका कॉन्फिडेंस कम होने लगा था और उन्हें साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम्स भी होने लगी थी।
सबसे पहले उन्होंने फास्ट फूड खाना छोड़ दिया और घर का खाना शुरू किया। उनकी कोच ने उन्हें कुछ आसानी से तैयार होने वाली रेसिपीज शेयर की। उन्हें सिर्फ रात को खाने के बाद वॉल्क का समय मिलता था। इससे रात के खाने को पचाने में मदद मिली और साथ ही उसके सोने के तरीके में भी सुधार हुआ।
डिस्क्लेमर : लेखक के लिए जो चीजें काम आईं जरूरी नहीं है कि आपके लिए भी काम करें। तो इस लेख में बताई गई डाइट-वर्कआउट को आंख मूंदकर फॉलो करने से बचें और पता करें कि आपके शरीर के लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है।