नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है. पहाड़ों की बर्फबारी ने दिल्ली, यूपी, बिहार, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में ठंड बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने पारा और गिरने की आशंका जताई है. इसके साथ ही कोहरे की वजह से विजिबिलिटी में कमी आई है. इस वजह से रेल और हवाई यातायात प्रभावित हुआ है. वहीं, दक्षिण भारत में बारिश ने मुसीबत बढ़ा दी है और तमिलनाडु में भारी बारिश हो रही है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने राजस्थान के कुछ इलाकों में तेज हवा और आकाशीय बिजली के साथ बारिश की संभावना जताई है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो औसत से दो डिग्री कम है. इससे पहले शुक्रवार को तापमान 5 डिग्री से नीच चला गया था. मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. इस बीच, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता रविवार को भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, रविवार खो आनंद विहार में एक्यूआई 408 दर्ज किया गया था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और सोमवार (18 दिसंबर) को तमिलनाडु के अलावा केरल के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है. भारी बारिश की आशंका को देखते हुए सरकार ने कन्याकुमारी समेत चार जिलों में स्कूल, कॉलेज समेत सभी संस्थान बंद करने का फैसला किया है. 18 दिसंबर को कन्याकुमारी के अलावा थूथुकुडी, तिरुनेलवेली और तेनकासी जिलों में स्कूल-कॉलेजों बंद रहेंगे.
राजस्थान में सर्दी का दौर लगातार जारी है. तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है. राजस्थान के माउंट आबू में पारा जीरो से नीच चला गया है और एक ही दिन में तापमान 3 डिग्री कम हुआ है. माउंट आबू में तापमान माइनस 1 डिग्री दर्ज किया गया है. इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश से होकर गुजर रहा है, जिसका असर राजधानी जयपुर में दिख रहा है. आसमान में बादल छाए हुए हैं.
मौसम विभाग 23-24 दिसंबर के दौरान मौसम करवट लेगा. एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम बदलेगा. प्रदेश के कुछ इलाकों में तेज हवा, मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली के साथ बारिश की संभावना है. इसी के साथ घना कोहरा भी छाने की संभावना है. फतेहपुर, संगरिया, सिरोही का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के करीब दर्ज किया गया है. अलवर का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री, गंगानगर, चूरू, करौली, सीकर, पिलानी का तापमान 8 डिग्री के करीब दर्ज किया गया है.
मध्य प्रदेश में आने वाले 2-3 दिनों में ठंड और बढ़ेगी. मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान में अगले 72 घंटों के दौरान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट के आसार हैं. सर्द हवाओं के चलते अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में भी गिरावट का सिलसिला जारी है.
न्यूनतम तापमान में गिरावट की वजह से प्रदेशभर में ठिठुरन बढ़ेगी. दिसबंर के आखिरी सप्ताह में बारिश की भी संभावना है. छत्तीसगढ़ में भी तापमान में गिरावट देखने को मिली है. छत्तीसगढ़ में आज का मौसम शुष्क रहने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के चलते नमी में बढ़ोतरी देखने मिलेगी. हालांकि, तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है.
हिमाचल प्रदेश में हाड़ कंपाने वाली सर्दी का प्रकोप जारी है. कुकुमसेरी में पारा शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे चलगा गया है. इसके साथ ही कई स्थानों पर रविवार को न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु के आसपास रहा और कुछ स्थानों पर सामान्य से नीचे रहा. लाहौल स्पीति जिले के कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
जबकि किन्नौर जिले के काल्पा में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. रिकोंग पिओ में तापमान शून्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस नीचे , नारकंडा में शून्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस कम और भुंतर में 0.8 डिग्री सेल्सियस रहा. कुफरी, सुंदरनगर, सोलन, मंडी और डलहौजी में पारा जमाव बिंदु के करीब रहा. अधिकतम तापमान भी कई स्थानों पर सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे रहा.
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है और लोगों को गलन की समस्या होने लगी है. अगले दो दिनों में उत्तर प्रदेश में ठंड और बढ़ेगी. मौसम विभाग ने 2 से 3 डिग्री तक गिरने की संभावना जताई है. आईएमडी ने बताया है कि पहाड़ी क्षेत्र से आने वाली ठंडी उत्तरी पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से तापमान में गिरावट आएगी. लखनऊ में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस, बरेली में 3.5 डिग्री सेल्सियस, अयोध्या में 5 डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरनगर में 5.6 डिग्री, कानपुर शहर में 5.7 डिग्री, मेरठ में 6.4 डिग्री, गाजीपुर में 6.2 डिग्री, सेल्सियस दर्ज किया गया है.
जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में अचानक हुई तेज बर्फबारी ने जहां पर्यटकों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है, वहीं गाड़ियों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. किसी भी गाड़ी को बिना चेन के गुलमर्ग जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. साथ ही सभी टैक्सी ऑपरेटरों को पुलिस समेत प्रशासन के संपर्क में रहने को भी कहा गया है. बर्फबारी के बाद कई गाड़ियां रास्ते में फंस गई है, जिससे पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है.
इस पर प्रशासन ने फौरन कार्रवाई करते हुए गुलमर्ग ट्रैक की सभी सड़कों को साफ कर दिया है. अलग-अगल जगहों पर फंसी हुई गाड़ियों को भी निकाल लिया गया है. जम्मू कश्मीर में मौजूद गुलमर्ग वर्ल्ड फेमस पर्यटन स्थलों में से एक है, जो हर साल खासतौर पर सर्दियों में दुनिया के लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है. सर्दियों में बर्फबारी की वजह से गुलमर्ग बाकी मौसम के मुकाबले ज्यादा आकर्षक और सुंदर दिखता है, जिस वजह से पर्यटक बड़ी संख्या में गुलमर्ग पहुंचते हैं. वहीं, कभी-कभी खराब मौसम और अचानक बर्फबारी होने पर पर्यटकों को कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. साथ ही प्रशासन को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.