बिजनौर। जिले में जीएसटी टीम द्वारा छापे मारने का सिलसिला जारी है। विधायक से लेकर व्यापारियों के तक के प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को भी जिले में एक विधायक की फैक्टरी सहित 10 से ज्यादा प्रतिष्ठानों पर जीएसटी की अलग-अलग टीमों ने जांच की। देर रात तक जांच पड़ताल चलती रही। उधर जिले की टीम बाहर की टीम होने की बात कहती रही।
दिसंबर 2022 के पहले सप्ताह में जीएसटी विभाग की टीम ने व्यापारियों के यहां छापे मारे थे। जिससे व्यापारियों में भय का माहौल बन गया था। जिसके चलते शासन की ओर से छापे मारने के अभियान को स्थगित करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अब फिर से जीसीएसटी विभाग द्वारा जांच शुरू हो गई है। जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यालय की ओर से कार्रवाई करने के लिए जिले के 550 व्यापारियों की सूची भेजी गई थी। जिनमें उस समय 46 व्यापारियों के यहां ही कार्रवाई की गई थी। उस लिस्ट के हिसाब से 504 व्यापारियों की लिस्ट अभी बाकी है। जीएसटी विभाग की मानें तो बुधवार को 10 से अधिक प्रतिष्ठानों पर जीएसटी की अलग-अलग टीमों ने जांच की।
नजीबाबाद में बुंदकी मार्ग पर स्थित एक प्रतिष्ठान पर जीएसटी जमा नहीं करने पर जांच की गई। जिसके चलते अभी उस प्रतिष्ठान की जांच की जा रही है। अभी साफ नहीं हुआ है कि कितने की जीएसटी चोरी की है। जीएसटी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी प्रतिष्ठान की जांच पूरी नहीं हुई है।
किरतपुर में स्थित प्लाईवुड के दो गोदामों डीजीजीआई मेरठ के अधिकारियों ने जांच की। इससे कस्बे के व्यापारियों के हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने व्यापारियों के बही खाता, बिल स्टॉक आदि खंगाले।
जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक धामपुर क्षेत्र में एक विधायक के प्रतिष्ठान पर भी केंद्र जीएसटी टीम ने जांच की, जांच में क्या मिला है, यह अभी साफ नहीं हुआ है। जीएसटी टीम पूरे मामले की जांच अभी जुटी हुई है। हालांकि जिले की टीम इसमें शामिल नहीं थी।
स्त्रोत, सूचनाओं के आधार पर प्रतिष्ठानों की जांच की जाती है। यह जीएसटी विभाग का नियमित कार्य है। बिजनौर में राज्य या केंद्र जीएसटी में कौनसी टीम आई थी, इसकी हमें जानकारी नहीं है।…..रामबाबू, जोनल हेड मुरादाबाद, जीएसटी