नई दिल्ली। योग कई समस्याओं का समाधान है। डायबिटीज़ हो, पीसीओडी हो, ब्लड प्रेशर या फिर हार्ट प्रॉब्लम…हर एक परेशानी में योग करने की सलाह दी जाती है। बेशक योग स्वास्थ्य में सुधार करता है और कई सारी बीमारियों की संभावनाओं को घटाता है लेकिन कई सारे आसन ऐसे भी हैं जो कुछ खास तरह की बीमारियों में फायदे की जगह आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। आज यानी 29 सितंबर का दिन दुनियाभर में वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है। तो आज हम उन आसनों को बारे में जानेंगे जिन्हें हार्ट पेशेंट्स को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
चक्रासन को व्हील पोज़ नाम से भी जाना जाता है। ये एक पीछे झुकने वाला आसन है। चक्रासन के अभ्यास से स्पाइन की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। इसके साथ ही ये आसन डायबिटीज और सांस की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है। लेकिन अगर आप दिल के मरीज हैं, तो इस आसन को करना पूरी तरह से अवॉयड करें क्योंकि इससे हार्ट पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है। जिससे परेशानी बढ़ सकती है।
हलासन में पीठ के बल लेटकर पैर ऊपर से सिर की तरफ लाते हुए जमीन को छूना होता है। ये पोजिशन पेट कम करने और थायरॉइड की समस्या में बेहद लाभकारी है लेकिन अगर आप हार्ट से जुड़ी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो इस आसन का अभ्यास बिल्कुल न करें क्योंकि इससे पेट के साथ हार्ट पर भी प्रेशर पड़ता है। और यही प्रेशर आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
हार्ट पेशेंट्स को सर्वांगासन का अभ्यास भी नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस आसान को करते वक्त सिर नीचे और पैर ऊपर के तरफ रहता है जिससे आपके हार्ट को ब्लड सर्कुलेशन के लिए गुरुत्वाकर्षण के विपरीत काम करना पड़ता है। जिससे दिल पर बहुत ज्यादा प्रेशर पड़ता है।
सर्वांगासन की तरह ही शीर्षासन भी दिल के मरीजों के लिए बिल्कुल भी फायदेमंद आसन नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि लोअर बॉडी में ब्लड को पंप करने के लिए हार्ट पर बहुत ज्यादा प्रेशर पड़ता है। जो आपकी स्थिति को खराब कर सकता है।
इस आसान में आपको अपनी पीठ के बल लेटकर अपने हाथों के सहारे की सहायता से अपने कूल्हों को उठाना होता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के लिए निचले हिस्से में खिंचाव पैदा होता है। इससे ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है। तो इस आसन को भी करना अवॉयड करें।