बिजनौर। जिले की आठ विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव की बृहस्पतिवार को मतगणना हुई। जिसमें जिले की चार सीटों पर साइकिल दौड़ी जबकि चार सीटों पर भगवा लहराया। पिछले चुनाव के मुकाबले सपा ने दो सीटों पर बढ़त हासिल की है। भाजपा को दो सीटों का नुकसान हुआ है। रालोद के टिकट पर किस्मत आजमा रहे दोनों उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा।
ईवीएम में कैद उम्मीदवारों की किस्मत का पिटारा खुला को चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। नजीबाबाद सीट पर सपा के उम्मीदवार तसलीम अहमद ने भारी मतों से जीत दर्ज कराई, जबकि भाजपा के उम्मीदवार पूर्व सांसद कुंवर भारतेंद्र सिंह चुनाव नहीं जीत सके। नगीना सीट पर सपा के मनोज पारस ने अपनी जीत को दोहराया। नगीना सीट पर भी भाजपा ने पूर्व सांसद डॉ. यशवंत सिंह को मैदान में उतारा था। लेकिन, भाजपा नगीना सीट पर सपा के किले को नहीं भेद सकी। बढ़ापुर सीट पर भाजपा के उम्मीदवार कुंवर सुशांत सिंह ने ही परचम लहराया। धामपुर सीट पर अशोक राणा ने अपने प्रतिद्वंद्वी सपा के उम्मीदवार नईमुल हसन को मात दे दी। सपा के नईमुल हसन बेहद कम अंतर से हारे हैं।
नहटौर सीट पर भाजपा के प्रत्याशी ओमकुमार विजयी रहे, जबकि रालोद के मुमंशीराम पाल 258 वोट से चुनाव हार गए। बिजनौर सदर सीट भी भाजपा के खाते में गई। यहां विधायक सुचि चौधरी ने रालोद के डॉ. नीरज चौधरी को हराया। चांदपुर सीट पर सपा के स्वामी ओमवेश विजयी रहे, जबकि भाजपा की उम्मीदवार विधायक कमलेश सैनी को हार का मुंह देखना पड़ा। नूरपुर में भी सपा के रामअवतार सैनी ने जीत हासिल की। नूरपुर सीट पर भाजपा के हाथ से जीत फिसल गई।
सभी आठ सीटों की बात करें तो चार सीट बिजनौर, बढ़ापुर, धामपुर और नहटौर सीट पर कमल खिला है। वहीं, नजीबाबाद, नगीना, चांदपुर और नूरपुर सपा के खाते में चली गई। बता दें कि साल 2017 के चुनाव में भाजपा को छह सीट मिली थी, इनमें बिजनौर, नहटौर, धामपुर, नूरपुर और चांदपुर शामिल थीं। हालांकि नूरपुर सीट उपचुनाव में सपा के खाते में चली गई थी। पिछले चुनाव में दो सीट नगीना और नजीबाबाद सपा को मिली। एक सीट नूरपुर उपचुनाव में सपा को हासिल हुई। कुल मिलाकर सपा ने इस बार दो सीटों पर बढ़त बना ली है। भाजपा को दो सीटों का नुकसान हुआ। उधर, चांदपुर सीट पर भाजपा की सबसे बड़ी जीत हुई थी, यहां इस बार भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।