शामली। प्रदेश सरकार के द्वारा जहां सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने के आदेश दिए गए हैं, वहीं जनपद शामली में अभी भी सड़कों में गड्ढे की भरमार है। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे मार्ग पर यात्रियों का चलना दुश्वार है, जबकि अधिकारी गड्ढा मुक्त सड़कों को 15 तारीख से पहले करने का आश्वासन दे रहे हैं। कुछ दिन पहले गड्ढे होने के कारण ई-रिक्शा पलटने से एक छात्रा की मौत हो गई थी।
प्रदेश सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए जिला अधिकारियों को आदेश दिए गए थे और करोड़ों रुपए की हर जिले को फंडिंग भी दी गई थी। जबकि, शामली जनपद में अभी भी कुछ सड़कों की स्थिति बदतर है, जिसमें यात्रियों का निकलना ही नहीं और इधर-उधर जाना दुश्वार हो रहा है। बीते कुछ दिनों पहले गड्ढे होने के कारण एक दसवीं क्लास की छात्रा की दर्दनाक मौत हो गई थी।
इसके बाद जिलाधिकारी ने आनन-फानन में कुछ गड्ढों को भरवाया था, लेकिन बरसात होने के बाद वह भी उखड़कर बाहर आ गए थे। एक ओर प्रदेश सरकार जहां गड्ढा मुक्त सड़कों को करने का दावा करती है, लेकिन साथ ही जनपद में दिल्ली-सहारनपुर हाईवे मार्ग की स्थिति बदतर है। जब गड्ढे होने के कारण शामली जनपद में अनेकों घटनाएं हो चुकी हैं।
वहीं, इस मामले में जिला अधिकारी जगजीत कौर का कहना है कि गड्ढा मुक्त सड़कों को बनाने के लिए ढाई करोड़ रुपए की धनराशि हम लोगों को प्राप्त हुई थी, जिसमें अभी भी हमारा अभियान जारी है। हम लोगों को और धनराशि की जरूरत है, जिसके लिए हम लोग आवेदन उच्च अधिकारियों को कर दिया है। बची हुई सड़कों को भी जल्दी पूरा गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा।