1973 के अगस्त से 1977 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर रहे जुल्फिकार अली भुट्टो भी जेल जा चुके हैं. साल 1974 में एक राजनीतिक प्रतिद्वंदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में 1977 के सितंबर महीने में जुल्फिकार अली भुट्टो को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में लाहौर हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं बताते हुए रिहा कर दिया था. लेकिन मार्शल लॉ रेगुलेशन 12 के तहत उन्हें तीन दिन बाद दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद 4 अप्रैल 1979 को जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दे दी गई थी.
हुसैन शहीद पाकिस्तान के पांचवें प्रधानमंत्री थे. वह सितंबर 1956 से अक्टूबर 1957 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे. उन्होंने जनरल अयूब खान की सरकार का समर्थन करने से इनकार कर दिया था. इसके बाद उन्हें इलेक्टिव बॉडीज डिस्क्वालिफिकेशन ऑर्डर के माध्यम से राजनीति से प्रतिबंधित कर दिया गया. लेकिन बाद में 1960 में कानून के उल्लंघन का आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
जनवरी 2017 से मई 2018 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे शाहीद खाकान अब्बासी को साल 2019 के जुलाई के महीने में गिरफ्तार कर लिया गया था. उनपर साल 2013 में पेट्रोलियम मंत्री के पद पर रहते हुए एलएनजी के इम्पोर्ट कॉन्ट्रैक्ट में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा था. साल 2020 के फरवरी महीने में उन्हें जमानत मिली थी.
नवाज शरीफ तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने. परवेज मुशर्रफ सरकार के दौरान नवाज शरीफ को दस साल के निर्वासन में जाना पड़ा. फिर जब पाकिस्तान लौटे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद निर्वासन की बाकी बची अवधि पूरी करने के लिए उन्हें सऊदी अरब भेज दिया गया.
बेनजरी भुट्टो पाकिस्तान की दो दफा प्रधानमंत्री बनी. पहली बार 1988 से 1990 तक और दूसरी बार 1993 से 1996 तक देश की वजीर-ए-आजम रहीं. साल 1985 में वह अपने भाई के जनाजे में शामिल होने आई थीं, जहां उन्हें करीब तीन महीने के लिए नजरबंद कर दिया गया था. इसके बाद 1986 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कराची में एक रैली में सरकार की आलोचना करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री को 1999 में भ्रष्टाचार के आरोप में 5 साल की सजा सुनाई गई थी. वहीं साल 2007 में जब वह निर्वासन के बाद पाकिस्तान लौटीं तो आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई.
साल 2008 में गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया था. उन पर फर्जी कंपनियों के नाम पर पैसों के लेनदेन का आरोप लगा था. साल 2012 में उन्हें पद से हटाना पड़ा था.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई, 2023 को गिरफ्तार कर लिया गया था. उन्हें एनएबी और पाक रेंजर्स ने अरेस्ट किया. उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.