बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब के राज्य व जिला स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर इन राज्यों के राजनीतिक हालात और संबंधित घटनाक्रमों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से तन, मन और धन से लगकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की अपील की है।
मायावती ने कहा कि हरियाणा में भाजपा गठबंधन सरकार में मतभेद व आपसी विवाद से वहां की जनता में राजनीतिक अस्थिरता व चुनावी वादाखिलाफी की ज्यादा चर्चा है। ऐसे में संभव है कि वहां विधानसभा चुनाव समय से पहले या फिर लोकसभा चुनाव के साथ ही करा दिए जाएं। इसलिए बसपा के कार्यकर्ता पूरी तैयारी रखें।
मायावती ने कहा कि भाजपा की सरकारें लोगों की समस्याएं दूर न कर पाने से हताशा की शिकार हैं। इसलिए अब वो जातिवादी, विभाजनकारी ओर सांप्रदायिक नीतियों को गति प्रदान कर रही हैं। यही कारण है कि समान नागरिक संहिता को देश के लोगों पर जबरदस्ती थोपने की तैयारी है।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार यूसीसी जैसे गैर जरूरी काम पर सरकार की शक्ति व संसाधन खर्च करने बजाय महंगाई पर अंकुश लगाने के साथ ही गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा व स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर काम करे तो सही मायने में ये देश हित में होगा।