देहरादून: आपदा की दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड में आमजन को आपदा से समय रहते सचेत करने के लिए जल्द ही ब्राडकास्ट सिस्टम आकार लेगा। विश्व बैंक के वित्त पोषण से आपदा प्रबंधन विभाग इसे तैयार कर रहा है।
इसके तहत नदियों की बाढ़ व जलस्तर में वृद्धि, वज्रपात, क्षेत्र विशेष में बादलों के अधिक घनत्व से अतिवृष्टि की संभावना जैसी सूचनाएं संबंधित क्षेत्र के निवासियों को उनके मोबाइल पर अलर्ट बीप और संदेश के माध्यम से तत्काल मिल सकेगी। अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल के अनुसार इस ब्राडकास्ट सिस्टम को विकसित करने को तेजी से काम चल रहा है।
उत्तराखंड एक के बाद एक प्राकृतिक आपदाओं से जूझता आ रहा है। अतिवृष्टि, बाढ़, बादल फटना, वज्रपात जैसी आपदाएं अक्सर बड़ी दिक्कत की वजह बनती आ रही हैं। यद्यपि, इन आपदाओं से संबंधित पूर्वानुमान को लेकर मौसम विभाग से लेकर भिन्न-भिन्न स्तर पर व्यवस्था है, लेकिन आमजन को तत्काल इसकी सूचना नहीं मिल पाती।
इस सबको देखते हुए सरकार ने अब पूर्वानुमान की जानकारी आमजन तक पहुंचाने की दिशा में कदम उठाने की ठानी है, ताकि समय रहते नागरिकों को सचेत कर क्षति को न्यून किया जा सके। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव सविन बंसल के अनुसार आमजन को आपदा से सचेत करने के दृष्टिगत ही ब्राडकास्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
ऐसा तंत्र बनाया जा रहा है, जिससे आपदा से संबंधित पूर्वानुमान की सूचना समय रहते मिल जाएगी। इसके लिए मोबाइल फोन पर अलर्ट बीप के साथ ही संदेश के माध्यम से सूचनाएं प्रसारित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि यदि किसी क्षेत्र में नदी का जल स्तर बढ़ा है अथवा वहां बादलों के अधिक घनत्व को देखते हुए अतिवृष्टि की संभावना है, तो संबंधित क्षेत्र के निवासियों को तत्काल इसकी सूचना मोबाइल पर मिल सकेगी। इससे वहां के लोग समय रहते सुरक्षित स्थान पर जा सकेंगे।