नई दिल्ली। भारतीय बाजार में टू-व्हीलर की डिमांड सबसे अधिक होती है। चाहे वो स्कूटर हो या बाइक मगर क्या आपको पता है कि कैसे आप इन छोटी- छोटी बातों का ध्यान रखकर अपने स्कूटर के माइलेज को बढ़ा सकते है। पेट्रोल डीजल के बढ़ते कीमत के कारण लोग यही चाहते है कि उनका स्कूटर माइलेज अधिक दें, स्कूटर का इस्तेमाल परिवार का हर एक सदस्य करता है। सबसे अधिक महिलाओं के लिए इसे चलाना आसान होता है। तो आज हम आपको इन टिप्स के बारें में बताएंगे जिसे जानकर आप अपने स्कूटर का माइलेज बढ़ा सकते है।
भारतीय बाजार में अधिकांश स्कूटर सीवीटी गियरबॉक्स से लैस होते है। इसलिए एक्सेलेरेटर का इस्तेमाल बुद्धिमानी से करें। देश में ज्यादातर स्कूटर्स इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर ईको मोड इंडिकेटर के साथ आते है। आमतौर पर यह स्कूटर्स इंडीकेंटस 40kmph और 50kmph के बीच में देखा जा सकता है। इसलिए हमेशा स्पीड का ख्याल रखना चाहिए ताकि आपका स्कूटर माइलेज अधिक दे सके।
जब भी आप अपने स्कूटर के टायर में हवा भरवाते है तो आपको एक बार अपने स्कूटर के टायर के दबाव को जरुर चेक कर लेना चाहिए। हमें से ज्यादातर लोग टायर को नजरअंदाज कर देते है। मगर वो वाहन के सबसे जरूरी पार्ट में से एक है। आपको बता दें कम दबाव वाले टायर पर चलने वाले वाहन कम ईंधन कुशल होते है। इसके साथ ही स्पीड को कभी अधिक न बढ़ाये, ऐसा करने से आपके स्कूटर के माइलेज पर असर पड़ेगा।
अपने राइडिंग की आदत में आपको बदलाव लाना चाहिए अगर आप अपने स्कूटर के माइलेज को बढ़ाना चाहते है तो, उदाहरण के तौर पर आपको समझाऊं तो तेज ब्रेक लगाते समय ब्रेक लीवर का उपयोग न करें। बेवजह ब्रेक न लगाए। जितना अधिक आप ब्रेक लगाते है, उतना ही आपके स्पीड पर असर पड़ता है। जिससे ईंधन की खपत अधिक होती है।
आपको बता दें आप जब भी ट्रैफिक में हो तो स्कूटर को बंद कर दे। फील स्तूब में स्कूटर चालू ना रखें इससे आपके स्कूटर के ईंधन पर असर पड़ता है। जादा समय इंजन को चालू को रखते है तो इसके परिणामस्वरूप आपके स्कूटर का ईंधन अनावश्यक बर्बाद होता है।