आगरा के कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली रेखा और उसके बच्चों के हत्याकांड की पड़ताल में पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस ने रेखा की पुरानी जिंदगी को भी खंगाला है। इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि रेखा ने फेसबुक पर सना खान के नाम से आईडी बना रखी थी। फेसबुक पर रामपुर के जैनुद से उसकी दोस्ती हुई थी। पति को इसके बारे में पता लगा तो घर में विवाद हुआ और बात तलाक तक पहुंच गई थी। रेखा ने ढाई साल पहले अपने परिजनों को पति से तलाक लेने के फैसले के बारे में बताया था। इस पर परिवार के लोगों ने पंचायत की और बच्चों की देखभाल का हवाला देकर उससे फैसला बदलने के लिए कहा था। मगर, रेखा ने किसी की बात नहीं मानी थी।
बता दें कि कोतवाली क्षेत्र के कूंचा साधूराम मोहल्ला निवासी रेखा राठौर, उसके बेटे वंश, पारस और बेटी माही के शव गुरुवार की सुबह घर में मिले थे। इस हत्याकांड के मोहल्ले के लोग सकते हैं। पुलिस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए हर पहलु पर जांच कर रही है।
पुलिस ने रेखा राठौर की कॉल डिटेल निकाली है। इसमें पता चला कि रेखा की दोस्ती दिल्ली की प्रीति से थी। पुलिस ने प्रीति से बात की। इसमें पता चला कि प्रीति के कहने पर रेखा ने फेसबुक पर सना खान नाम से आईडी बनाई थी। तीन साल पहले फेसबुक के माध्यम से रेखा की दोस्ती रामपुर के जैनुद से हो गई। जैनुद व्यापारी है। वह पुराने वाहन खरीदता है। फेसबुक पर चैटिंग के बाद दोनों ने एक-दूसरे का नंबर ले लिया। बातचीत शुरू कर दी। मोबाइल पर बात करने के कारण रेखा का पति सुनील से झगड़ा होने लगा। बात इतनी बढ़ी कि पति ने कई बार उसके मोबाइल तोड़ दिए।
पुलिस को यह जानकारी किट्टू शर्मा और सत्येंद्र यादव से पूछताछ में मिली हैं। पुलिस ने जैनुद को भी पकड़ा है। उसने बताया कि बुधवार दोपहर 12 बजे उसकी रेखा से बात हुई थी। रेखा ने कहा था कि वह नहाने जा रही है। इसके बाद पूजा पर बैठेगी। दोपहर में एक बजे दोबारा फोन किया, लेकिन उठा नहीं था। मोबाइल पर घंटी गई थी। दो बजे भी फोन किया, लेकिन मोबाइल बंद आया था। इस पर चिंता हुई थी। उसने किट्टू को बताया। मगर, वह भी पता नहीं कर सका। इसके बाद उसने सत्येंद्र यादव को भेजा।
सत्येंद्र ने बताया था कि बच्चों की लाश देखी हैं। अब पुलिस ने सवाल किया कि फिर भी पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी, इसका उसके पास कोई जवाब नहीं था। अब पुलिस प्रीति की तलाश कर रही है। उसके गाजियाबाद में होने की जानकारी पुलिस को मिली है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि रेखा जैनुद से मिलने रामपुर भी जाया करती थी। बच्चों को खाने पीने का सामान देकर जाती थी। घर का बाहर से ताला लगा देती थी। घर की रखवाली के लिए सत्येंद्र यादव और किट्टू को बोल देती थी। वह आकर बच्चों से हालचाल पूछ लेते थे।
पुलिस की पूछताछ में परिजनों ने बताया कि रेखा ने ढाई साल पहले सुनील से तलाक लेने के बारे में अपने मौसा वेदराम और चाचा प्रमोद को बताया था। इस पर परिवार के लोग इकट्ठा हुए थे। उन्होंने शादी के 13 साल बाद तलाक लेने पर आपत्ति जताई थी। उससे कहा था कि अगर, तलाक ले लेगी तो परिवार का क्या होगा। बच्चों की देखभाल कैसे करेगी। मगर, रेखा ने अपना फैसला नहीं बदला। वह एक ही बात करती रही कि अब सुनील के साथ नहीं रहना है। इससे परिवार के लोग भी रेखा से नाराज हो गए थे। उससे मिलना-जुलना बंद कर दिया था। घर नहीं आते थे। उससे फोन पर भी कम ही बात करते थे।