प्रयागराज: अतीक अहमद गिरोह के गिरफ्तार पांच अपराधियों को उमेश पाल हत्याकांड में अलग-अलग और अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस साजिश के बारे में जानकर पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। जेल में बंद रहकर भी अतीक और अशरफ ने बेहद बारीकी से कत्ल का ताना-बाना बुना था।
इस तरह से प्लानिंग की जैसे जेल से बाहर रहकर भी आम अपराधी के लिए करना मुश्किल हो सकता है। वे फोन पर इंटरनेट कालिंग के जरिए दिन भर एक-एक बिंदु पर बात करते। पुलिस आयुक्त ने गिरफ्तार पांच अपराधियों की उमेश हत्याकांड में भूमिका के बारे में जानकारी दी।
कसारी-मसारी का कैश अहमद करीब 16 साल से माफिया अतीक अहमद के लिए ड्राइवर का काम कर रहा है। उमेश पाल शूटआउट में उसे घटना के बाद भागकर चकिया आने वाले अतीक के बेटे असद समेत अन्य शूटरों से हथियार लेकर छिपाने का काम सौंपा गया था। चकिया वाले घर में रखी नकदी भी उसने ही छिपाई थी। पूछताछ में उसने कई अन्य बातें भी बताई हैं।
धूमनगंज में चकिया के नियाज अहमद का अतीक गिरोह से पुराना नाता है। जमीन के धंधे में धमकाने से लेकर धन उगाही तक वह शामिल रहा है। उमेश पाल हत्याकांड में उसे रेकी का काम सौंपा गया था। असद ने उसकी बात इंटरनेट कालिंग के जरिए अपने पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ से कराई थी। उसे एक नया फोन और सिम दिया था।
नियाज ने जिला अदालत से लेकर घर तक उमेश की कई बार रेकी की थी। घटना वाले दिन भी वह अदालत से निकले उमेश के पीछे घर तक बाइक पर लगा रहा। वह लगातार असद, अतीक, अशरफ और शाइस्ता को उमेश की लोकेशन बताता रहा।
जयंतीपुर में उमेश पाल के घर के निकट रहने वाले सजर को उनके बारे में लगातार लोकेशन बताने का काम दिया गया था। असद ने सजर को चकिया स्थित घर बुलाकर आइफोन और पैसा दिया था। साथ ही अपने अब्बू अतीक, चाचा अशरफ से इंटरनेट कालिंग के जरिए बात कराई थी। अतीक की पत्नी शाइस्ता ने भी उसे समझाया था कैसे और क्या करना है।
कैश का हर कदम पर साथ राकेश उर्फ नाकेश उर्फ लाला अतीक अहमद का पुराना घरेलू नौकर है। मूल रूप से कौशांबी में पश्चिम शरीरा इलाके का राकेश लाला भी अतीक के परिवार के लिए हर तरह का काम करता था। यहां तक कि कपड़े धोने से लेकर बाजार से सामान लाने का भी काम। उसे भी घटना के बाद भागकर शूटरों से असलहे लेकर कैश अहमद के साथ अतीक अहमद के करबला कार्यालय में छिपाए थे। कैश और राकेश के साथ ही जाकर पुलिस ने मंगलवार शाम हथियार और नकदी बरामद की है।
कटरा इलाके का रहने वाला अरशद कटरा कुख्यात अपराधी अख्तर कटरा का भतीजा है। वह इस हत्याकांड की साजिश में मुस्लिम बोर्डिग में सदाकत के कमरे से लेकर चकिया में अतीक की घर की बैठकों में शामिल होता था। शूटआउट के लिए हथियारों का भी इंतजाम करने का उस पर ही आरोप है। उस पर पहले से केस हैं।