नई दिल्ली. ऐश्वर्या राय बच्चन से Panama Papers Leak मामले में पूछताछ हुई. आरोप है कि अमिताभ बच्चन ने पनामा की इस Law Firm के माध्यम से चार कम्पनियों का गठन किया और इन कम्पनियों के डायरेक्टर वो खुद थे. इनमें से तीन कम्पनियां Bahamas में रजिस्टर्ड थीं और एक British Virgin Island में स्थित थी.
आरोप है कि ये चारों ही कम्पनियां टैक्स बचाने के लिए वर्ष 1993 में बनाई गईं थी, जिनका बाजार मूल्य करोड़ों रुपये में बताया जाता है. आरोप है कि अमिताभ बच्चन जिन कम्पनियों में डायरेक्टर पद पर थे, वो कम्पनियां करोड़ों रुपये के Ships का कारोबार कर रही थीं लेकिन बाद में इसमें ऐश्वर्या राय बच्चन की एंट्री हुई.
वर्ष 2005 में जो कम्पनी Virgin Island में रजिस्टर्ड थी, उसका डायरेक्टर अमिताभ बच्चन की जगह ऐश्वर्या राय बच्चन को बना दिया गया. यहां नोट करने वाली बात ये है कि तब तक ऐश्वर्या और अभिषेक बच्चन की शादी नहीं हुई थी. इन दोनों की शादी 20 अप्रैल 2007 को हुई. लेकिन आरोप है कि पहले इस कम्पनी में ऐश्वर्या के माता, पिता और भाई को पार्टनर बनाया गया और 2007 आते-आते खुद ऐश्वर्या राय बच्चन इस कम्पनी में शेयर होल्डर बन गईं. और इसके एक साल बाद ये कम्पनी बन्द हो गई.
Panama Papers Leak में ये आरोप लगाए गए कि ये कम्पनी असल में एक शेल कंपनी थी यानी फर्जी कंपनी थी, जो केवल टैक्स बचाने के लिए बनाई गई थी. ED इस केस को मनी लॉन्ड्रिंग का केस मान कर जांच कर रहा है. कुछ महीने पहले इसी मामले में ED द्वारा अभिषेक बच्चन से भी पूछताछ की गई थी. सोमवार को जब ऐश्वर्या राय बच्चन दिल्ली में ED के दफ्तर जाने के लिए शायद रास्ते में होंगी, उस समय अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि भरोसा एक ऐसी चीज है, जिसके टूटने पर कोई आवाज तो नहीं आती लेकिन उसकी गूंज जीवन भर सुनाई देती है.
अमिताभ बच्चन की इन बातों से लगता है कि वो इस घटनाक्रम को लेकर बहुत आहत हैं. अब तक सबको ऐसा ही लगता था कि अमिताभ बच्चन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद नजदीकी रिश्ते हैं. वर्ष 2010 में जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय अमिताभ बच्चन को Gujarat Tourism का Brand Ambassador बनने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अमिताभ ने सहर्ष स्वीकार लिया था. उस समय गुजरात के प्रचार के लिए उनका एक डायलॉग काफी मशहूर हुआ, कुछ दिन तो गुजारो गुजरात में.
सोमवार को जया बच्चन भी संसद में काफी नाराज दिखीं. हांलाकि उन्होंने सीधे तो इस मामले का जिक्र नहीं किया लेकिन उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के जल्द बुरे दिन आने वाले हैं.