नई दिल्ली। एक अमेरिकी एजेंसी ने भारत की कुछ जगहों को लेकर चौंकाने वाली भविष्यवाणी की है. दरअसल यूएस स्पेस एजेंसी नासा की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आज से 78 साल बाद यानी सन 2100 तक भारत के 12 शहर कई फीट पानी में डूब जाएंगे. इस रिपोर्ट के मुताबिक न सिर्फ तटीय बल्कि मैदानी इलाकों में भारी तबाही देखने को मिलेगी.
दरअसल NASA ने एक सी लेवल प्रोजेक्शन टूल बनाया है. जिससे समय रहते समुद्री तटों पर आने वाली आपदा से लोगों के जान-माल की हिफाजत की जा सके. इस ऑनलाइन टूल के जरिए कोई भी भविष्य में आने वाली आपदा यानी बढ़ते समुद्री जल स्तर का हाल जान सकेगा. एजेंसी के इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कई शहरों के समुद्र में डूब जाने की चेतावनी दोहराई है. IPCC की ये पिछली एसेसमेंट रिपोर्ट दुनिया के सभी देशों की जलवायु प्रणाली और जलवायु परिवर्तन की स्थितियों को बेहतर तरीके से परिभाषित करती है.
रिपोर्ट के मुताबिक बस 78 साल के भीतर यानी साल 2100 तक भारत के 12 तटीय शहर समुद्री जलस्तर बढ़ने की वजह से करीब 3 फीट पानी में चले जाएंगे. यानी ओखा, मोरमुगाओ, कांडला, भावनगर, मुंबई, मैंगलोर, चेन्नई, तूतीकोरन और कोच्चि, पारादीप का तटीय इलाका छोटा हो जाएगा. ऐसे में भविष्य में तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जाना होगा.
एजेंसी के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा कि सी लेवल प्रोजेक्शन टूल दुनिया को यह बताने के लिए काफी है कि अगली सदी तक हमारे कई देश जमीनी क्षेत्रफल में कम हो जाएंगे. तटीय शहरों को समुद्र अपनी लहरों में निगल जाएगा. भारत सहित एशिया महाद्वीप पर भी इसके गहरे प्रभाव देखने को मिल सकते है.