आगरा. आगरा के रावतपाड़ा स्थित तिवारी गली में वारदात करने के लिए बदमाश पूरी तैयारी से आए थे। कोरियर कंपनी में 40 लाख रुपये कैश होने की जानकारी उन्हें पहले से थी। इसकी रेकी कर रखी थी। पुलिस का कहना है कि बदमाशों की उम्र 20 से 25 साल थी। वो अपनी बाइक 500 मीटर दूर चिम्मन पूड़ी चौराहे के पास खड़ी करके आए थे। सीसीटीवी फुटेज से कुछ सुराग मिले हैं।
कोरियर कंपनी अहमदाबाद निवासी महिपत भाई की है। आगरा में आनंद पुरी काम देखते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने आते ही पिस्टल तान दिए। रुपये निकालने की कहने लगे। ऐसा लग रहा था कि उन्हें पहले से पता था कि रकम ज्यादा है। तभी तो दस लाख मिलने के बाद भी सनी को कमरे में लेकर गए, जहां 30 लाख रुपये थे। पुलिस की जांच में पता चला है कि बदमाश दोपहर 12:40 बजे आए थे। 12:52 बजे चले गए। पूरी वारदात को 12 मिनट में अंजाम दिया। पैदल ही भागे थे। लोगों ने बदमाशों को आते और जाते देखा था। किसी को शक नहीं हुआ।
मार्केट की इमारत के बाहर गली में एक जगह कैमरा लगा है। इसके फुटेज में बदमाश नजर आए हैं। तिवारी गली में रावतपाड़ा से अंदर आया और जाया जा सकता है। बदमाश बाहर निकले। इसके बाद चले गए। पुलिस ने बाजार में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक किए। इसमें भी वह चिम्मन चौराहे की तरफ जाते नजर आए। उनकी बाइक आसपास ही थी, इसके बाद बदमाश पैदल जाते नहीं दिखे हैं। सभी पैंट शर्ट पहने थे। एक बदमाश अपनी पीठ पर रुपयों से भरा बैग टांगकर ले गया है।
जिस बाजार में पैदल चलना मुश्किल होता है, उस बाजार में बदमाशों ने दिनदहाड़े वारदात की है। लोगों का कहना था कि बाजार में अंदर के मार्केट में वारदात को अंजाम देने के लिए कई बार बदमाश रेकी करने आए होंगे। कहां से आना है? कहां से जाना है? यह सब देखा होगा। अगर, वो बाइक से अंदर तक आते तो पकड़ने का डर होता। इसलिए बाइक दूर ही खड़ी करके आए थे।
तिवारी गली से 200 मीटर की दूरी पर रावतपाड़ा चौकी है, जबकि 250 मीटर की दूरी पर पीपल मंडी पुलिस चौकी का बूथ है। बाजार में बड़े कारोबारी रहते हैं। इस कारण चौकियों पर हर समय पुलिस रहती है। इसके बावजूद बदमाश भागने में सफल रहे।
वारदात के बाद पुलिस पहुंची। मगर, दो घंटे तक कर्मचारियों से ही पूछताछ करती रही। कर्मचारियों को ऑफिस से बाहर तक नहीं आने दिया गया। मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी गई। इसके बाद कर्मचारियों को थाने लेकर गए। यहां भी जमीन पर बैठाकर काफी देर तक कर्मचारियों से ही पूछताछ की गई। यह तब था जब अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे
कोरियर कंपनी के 40 लाख रुपये लूटने की घटना के बाद हवाला के धंधे की चर्चा होने लगी है। सूत्रों का कहना है कि क्षेत्र में यह कारोबार बड़े स्तर पर हो रहा है। कमीशन पर खेल चलता है। कुछ बड़े कारोबारी बिना टैक्स अदा किए कैश को इधर से उधर भेजते हैं। इसके लिए कमीशन लिया जाता है। कुछ ही घंटों में कैश संबंधित स्थान पर पहुंचा दिया जाता है। कैश पहुंचाने वालों को तय रकम मिल जाती है। इसकी भनक पुलिस को भी नहीं हैं।