नई दिल्ली । मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 29 फरवरी से सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता सोमवार देर शाम से कम हो गई थी। लेकिन अचानक बदले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते एक बार फिर से मंगलवार देर शाम से मौसम बदलने वाला है।
बीते कुछ दिनों से उत्तर पश्चिमी हिमालयन रीजन में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बनी हुई थी। सोमवार से इसकी सक्रियता कुछ कम हुई ही थी कि एक बार फिर से मौसम को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ घंटे के भीतर एक बार फिर से इसी क्षेत्र में मौसम के बड़े बदलाव की आहट दिखने वाली है। दरअसल मौसम विभाग के मुताबिक बीते 40 दिन के भीतर पांचवीं बार आए पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद इसकी सक्रियता एक बार फिर बढ़ने जा रही है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि अगले 60 घंटों के भीतर उत्तर भारत के राज्यों में एक बार फिर तेज आंधी-तूफान और बारिश समेत भारी बर्फबारी होने वाली है।
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 29 फरवरी से सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता सोमवार देर शाम से कम हो गई थी। लेकिन अचानक बदले साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते एक बार फिर से मंगलवार देर शाम से मौसम बदलने वाला है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों में समुद्र तल से डेढ़ किलोमीटर ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके चलते मौसम में एक बार फिर से बड़ा बदलाव देखा जा सकता है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और इससे लगाते हुए मैदानी इलाकों में भी मौसम बदलने का अनुमान लगाया जा रहा है। विभाग के मुताबिक अगले 60 घंटों तक इन इलाकों में मौसम की बड़े बदलाव देखे जा सकते हैं।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक दरअसल कमजोर पड़े पश्चिमी विक्षोभ की एक बार फिर से बड़ी सक्रियता देखने को मिल रही है। यह सक्रियता न सिर्फ उत्तर पश्चिम बल्कि पूर्वोत्तर के राज्यों में भी देखने को मिलेगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार देर शाम से गुरुवार रात तक अरुणाचल प्रदेश से लेकर नागालैंड और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में न सिर्फ तेज बारिश हो सकती है, बल्कि भारी ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ मौसम में बड़े बदलाव देखे जा सकते हैं। इसका असर पूर्वोत्तर के राज्यों में तापमान के और कम होने के साथ बढ़ेगा। जबकि पश्चिम उत्तरी हिमालय सीजन में बर्फबारी हवाओं और ओलावृष्टि का असर देखने को मिलने वाला है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक मानते हैं कि उत्तर भारत में महज 60 घंटों तक यह असर देखा जा सकता है, जबकि पूर्वोत्तर के राज्यों में यह असर 72 घंटे से ज्यादा बना रहेगा।
मौसम वैज्ञानिक आलोक यादव कहते हैं कि बीते 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर समेत उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी और बारिश हुई है, जो बीते दो दिनों की तुलना में कुछ कम हुई है। इसके अलावा मैदानी इलाकों में भी मौसम बदलाव देखा गया। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले कुछ घंटों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता का असर पूर्वी मध्यप्रदेश समेत तमिलनाडु, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल से लेकर समूचे पूर्वोत्तर में अगले 72 घंटों बारिश हो सकती है। इसके अलावा इन इलाकों में तेज ओलावृष्टि भी होने का अनुमान है।