दिल्ली की तिहाड़ जेल इन दिनों गैंगवार का अड्डा बन चुकी है। एक के बाद एक गैंगवार की घटनाएं सामने आ रही हैं। गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया के बाद टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद तिहाड़ जेल एक बार फिर खून की होली खेली गई है। सोमवार को जेल नंबर-1 में दो गुटों के कैदियों के बीच मारपीट हुई।
बताया जा रहा है कि इस मारपीट में एक गुट के आलोक ने दूसरे गुट के राहुल पर चाकू और नुकीले टाइल्स को हथियार बनाकर वार किए। घटना की जानकारी जैसे ही जेल प्रशासन को मिली, उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन फानन पहुंचे जेल सुरक्षाकर्मियों ने गैंगवार को रुकवाया। घटना में दोनों गैंग के सदस्य घायल हुए। सभी को जेल की डिस्पेंसरी में प्रारंभिक उपचार किया गया। वहीं, गंभीर जख्मी राहुल और आलोक को दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच थाना हरिनगर पुलिस कर रही है।
आपको बता दें कि प्रिंस तेवतिया के बाद टिल्लू ताजपुरिया की हत्या से तिहाड़ जेल की सुरक्षा सवालों के घेरे में आ गई थी। इसके बाद क्यूक रियएक्शन टीम तैयार की गई। गैंगवार को हत्या के मुकाम तक पहुंचने से इसी टीम ने रोक लिया। सूचना मिले ही मौके पर टीम पहुंची और कैदियों को अलग-थलग किया।
सूत्रों के मुताबिक, आलोक उर्फ विशाल पुत्र मनोज गिरी ने पहले विचाराधीन कैदी राहुल उर्फ पवन पुत्र संतराम के ऊपर हमला किया। उसके बाद खुद को कानूनी कार्रवाई में पीडित दिखाने के लिए खुद को भी जख्मी कर लिया। दोनों को ही दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच थाना हरिनगर पुलिस कर रही है।