नई दिल्ली. हम में से अधिकतर लोग ट्रेनों में सफर करते हैं। अक्सर रात के समय कई लापरवाह लोग ट्रेन के गेट पर लटककर या वहां बैठकर सफर करते हैं। ऐसे में रात के वक्त किसी प्रकार की अनहोनी न हो इस कारण लोग ट्रेनों के दरवाजों को बंद कर देते हैं। वहीं कई बार ट्रेनों में होने वाली चोरी के डर से भी लोग रात के समय दरवाजों को बंद कर देते हैं, ताकि कोई चोर रात के समय ट्रेन कोच में चढ़ न सके। रात में ट्रेन के दरवाजों के बंद होने पर उन यात्रियों को काफी ज्यादा परेशानी होती है, जो रात के समय ट्रेनों में चढ़ते हैं। गेट बंद होने की वजह से उनको ट्रेन में दूसरे डिब्बों की तलाश करनी पड़ती है, जिसका गेट खुला हो। ऐसे में यात्रियों के समक्ष कई तरह की परेशानियां आती हैं। इसी कड़ी में आपकी समस्या को दूर करने के लिए आज हम आपको उन खास तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप ट्रेन के बंद गेट को खोल सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –
डोर हैंडल ट्रेन के दरवाजों में नीचे की तरफ लगा होता है। इसकी मदद से आप दरवाजे को बाहर और अंदर दोनों तरफ खोल सकते हो। ये दरवाजे के दोनों ओर लगा होता है।
अगर दरवाजे को डोर हैंडल की मदद से बंद किया जाता है। इस स्थिति में आप दरवाजे को बाहर और अंदर दोनों तरफ से खोल सकते हैं। इसमें आपको किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
डोर लैच ट्रेन के दरवाजों के अंदर होता है। इसको अंदर से ही लगाया जाता है। ऐसे में इसको अंदर से खोला जा सकता है। डोर लैच लगाने पर लोहे की एक मजबूत पट्टी खांचे में जाकर लैच बैठ जाती है।
ऐसे में इसको अंदर की तरफ से ही खोला जा सकता है। अगर दरवाजे को डोर लैच से बंद किया गया है। इस स्थिति में उसको आप बाहर से नहीं खोल सकते हैं।