मुजफ्फरनगर. भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के गांव में बुधवार को उस समय मातम पसर गया जब सूचना आई कि सेना के जवान कार्तिक की हमले में मौत हो गई है। उधर, सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। जैसे ही यह मनहूस खबर पूरे गांव फैली तो माहौल गमगीन हो गया और कार्तिक के घर पर लोगों का तांता लग गया। परिवार को सांत्वना देने के लिए भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत भी पहुंचे। इस दौरान परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था और हर कोई उन्हें संभालने की कोशिश कर रहा था।
बताया गया कि उत्तराखंड के रुड़की और मंगलौर के बीच हरियाणा के कांवड़ियों के हमले में कार्तिक की जान गई है। कार्तिक दो दिन पहले ही कांवड़ लाने के लिए छुट्टी लेकर आया था। उसकी तैनाती गुजरात के जामनगर में थी। वह हंसते हुए घर से गंगाजल लाने के लिए रवाना हुआ था लेकिन किसी को क्या पता की बेटा अब कभी भी लौटकर नहीं आएगा।
सिसौली कस्बे की पट्टी लेपरान निवासी किसान योगेंद्र सिंह का बेटा कार्तिक करीब चार साल पहले सेना में भर्ती हुआ था। परिवार के युवाओं के साथ कांवड़ लाने के लिए ही उसने छुट्टी ली थी और वह रविवार को ही घर आया था। सोमवार को कस्बे से डाक कांवड़ लाने के लिए कांवड़िए रवाना हुए थे, इनमें कार्तिक भी शामिल था। सभी खुशी खुशी रवाना हुए। वहीं मंगलवार सुबह जैसे ही वारदात की जानकारी परिजनों और ग्रामीणों को मिली तो गांव में मातम पसर गया।
बताया गया कि कार्तिक परिवार का सहारा था। लेकिन अब वह दुनिया में नहीं रहा। कार्तिक का छोटा भाई मुकुल है। जब से कार्तिक की नौकरी लगी, तभी से पिता योगेंद्र सिंह और छोटा भाई मुकुल ही कार्तिक के कंप्यूटर सेंटर को चला रहे हैं। नौकरी लगने से पहले कार्तिक ही कंप्यूटर सेंटर का संचालन करता था।
कांवड़ियों के बीच हुए झगड़े में घायल सिसौली के कांवड़िए भी देर शाम तक अपने-अपने घर पहुंच गए। वहीं गांव में गम का माहौल बना हुआ है। इस मामले में रुड़की के सिविल लाइन थाने में वारदात का मुकदमा दर्ज हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कार्तिक के चाचा राजेंद्र सिंह ने रुड़की सिविल लाइन थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि सुबह करीब साढ़े छह बजे हरियाणा के दो कैंटरों में सवार हमलावरों ने कार्तिक पर हमला कर दिया था। उन्होंने बताया कि कार्तिक के सिर में गंभीर चोट आने और खून अधिक बह जाने के कारण भतीजे की मौत हो गई। हमलावर नीली ड्रेस पहने हुए थे।
सिसौली के श्मशान घाट में मंगलवार देर शाम सैनिक सम्मान के साथ कार्तिक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सेना के जवानों ने मातमी धुन बजाकर अंतिम विदाई दी। उधर, भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने भी श्रद्धांजलि दी।
एसएसपी विनीत जायसवाल का कहना है कि यह वारदात उत्तराखंड के रुड़की में हुई है। वहीं के सिविल लाइन थाने में वारदात का मुकदमा दर्ज हुआ है। मुजफ्फरनगर में कोई वारदात नहीं हुई है