नई दिल्ली. ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना कि घी, नारियल तेल और सरसों तेल जैसे खाना पकाने के पारंपरिक भारतीय तेल आधुनिक समय के रिफाइंड तेल से ज्यादा सेहतमंद हैं. कुकिंग ऑयल भारतीय आहार का एक अहम हिस्सा है.
रिफाइंड ऑयल सेहत के लिए खतरनाक
लोगों को आमतौर पर बाजार में उपलब्ध कई तरह के खाद्य तेलों से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. खाना पकाने की भारतीय विधियों (जिनमें तलना शामिल है) में घी, नारियल तेल और सरसों तेल जैसे हमारे परंपरागत तेल स्वास्थ्य लाभों के मामले में ‘रिफाइंड’ और अन्य तेलों से बेहतर हैं.
रिफाइंड तेल कैसे तैयार होता है?
रिफाइंड तेलों से दूर रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि रिफाइनिंग की प्रक्रिया में तेल को काफी ज्यादा तापमान पर गर्म किया जाता है जिससे उनका इरोजन होता है और जहरीले पदार्थ पैदा होते हैं, जो सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह हैं.
पारंपरिक तेल है बेहतर
रिफाइंड तेल तेजी से खराब हो जाते हैं और इसलिए उन्हें तलने से बचना चाहिए. इसके उलट सैचुरेटेड फैट्स (जैसे घी, नारियल तेल) को भारतीय व्यंजन पकाने में इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि वे तलने के दौरान तुलनात्मक रूप से स्थिर रहते हैं.