हरिद्वारः उत्तराखंड के हरिद्वार में शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। हर की पौड़ी पर गंगा में स्नान करते हुए 18 कांवड़िए तेज बहाव में बह गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। तभी वहां मौजूद सेना के जवानों ने तत्काल नदी में छलांग लगाकर सभी को सुरक्षित निकल लिया। आपको बता दें कि सावन मास में भारी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। वहीं पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा का जल स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है।
हरिद्वार के जोनल मजिस्ट्रेट नरेश चौधरी ने बताया कि ‘आर्मी के तैराक दल ने अब तक 18 कावड़ियों को बचाया है। हम घाटों पर लोगों से तेज प्रवाह में न जाने की अपील भी करते हैं। कल भी एक महिला तेज प्रवाह में बह गई थी, जिनको बचाया गया। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं।’ वहीं हर की पौड़ी पर इन्हीं 18 कांवड़ियों में से सात लोगों को शुक्रवार को सेना और स्थानीय पुलिस के तैराकी दल ने बहने से बचाया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सेना के एक जवान ने डूबते कांवड़िए को देखकर गंगा में छलांग लगा दी। इसके बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाला गया।
वहीं उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ों पर भूस्खलन जारी है। राज्य के कई प्रमुख मार्गों समेत 150 से ज्यादा रास्ते बंद हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से इन मार्गों पर लगातार मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक राज्य स्तर पर आपदा प्रबंधन के लिए सौ से ज्यादा टीमें बनाई गई हैं, जो प्रबावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक शुक्रवार को भूस्खलन के कारण चंबा-उत्तरकाशी सड़क मार्ग कारण कांदीखाल के पास अवरुद्ध हो गया। प्रशासन की ओर से यहां रास्ता बहाली का काम चल रहा है।