इंग्लैंड ! बच्चों की स्किन काफी सेंसिटिव होती है. ऐसे में पेरेंट्स हमेशा अपने बच्चों के लिए माइल्ड प्रोडक्ट्स ही इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कई बार पैसे बचाने के चक्कर में पेरेंट्स प्रॉडक्ट की क्वालिटी से समझौता कर लेते हैं. ऐसी स्थिति में वो ये नहीं समझ पाते कि आगे इसकी वजह से और भी ज्यादा नुकसान हो सकता है. इंग्लैंड के लिवरपूल , में रहने वाली एक महिला ने अपने बच्चे को नहलाने के लिए मार्केट से बेहद सस्ती कीमत का साबुन ख़रीदा था. इस साबुन से नहाते वक्त ऐसा हादसा हुआ कि बच्चे को सीधे अस्पताल के बर्निंग वार्ड में एडमिट करवाना पड़ गया.
ये शॉकिंग केस जैसे ही सामने आया सभी हैरान रह गए. लोकल मीडिया लिवरपूल इको की खबर के मुताबिक़, 4 साल के ऑस्कर बेडार्ड को अस्पताल में गंभीर हालत में एडमिट करवाया गया था. ऑस्कर की बॉडी पूरी तरह झुलस गई थी दर्द में कराहते इस बच्चे की ऐसी हालत का जिम्मेदार था बाजार से लाया गया सस्ता साबुन. मीडिया को मामले की जानकारी देते हुए ऑस्कर के पिता 31 साल के जोनाथन ने बताया कि साबुन से बने झाग में आग लगने की वजह से ये हादसा हुआ.
ऑस्कर के पिता ने बताया कि वो अपने बेटे को बाथरूम में नहला रहे थे. उस वजट बाथरूम में कुछ कैंडल्स जले हुए थे. ऑस्कर बेहद खुश होकर नहा रहा था. अचानक उसकी बॉडी में साबुन से बनी झाग मोमबत्ती के संपर्क में आ गई. इससे झाग में आग लग गई. देखते ही देखते उनका चार साल का बेटा आग के गोले में बदल गया. ऑस्कर सिर से लेकर पैरों तक जल गया था.
अपने बेटे को जलते देख पेरेंट्स भी डर गए. उन्होंने तुरंत गाड़ी निकाली और ऑस्कर को अस्पताल लेकर भागे. रास्ते में भी बच्चे को गीले तौलिये से लपेट कर रखा लेकिन इस पूरे समय ऑस्कर दर्द से कराहता रहा. बच्चे को एल्डर हे चिल्ड्रन अस्पताल में एडमिट करवाया गया जहां बर्न सेक्शन में उसका इलाज किया गया. घटना के बाद जॉनाथन ने साबुन कंपनी पर मुकदमा ठोंक दिया है. वहीं अभी तक साबुन कंपनी से इस बारे में कोई बयान सामने नहीं आया है.