इंदौर: इंदौर के विजय नगर क्षेत्र स्थित स्वर्ण बाग कॉलोनी में हुई आगजनी घटना में 7 लोगों की मौत के मामले का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है. इस घटनाक्रम से पूरे इलाके के लोग काफी हैरान थे, लेकिन देर शाम उनकी हैरानी तब और बढ़ गई जब पुलिस ने घटना की जांच कर उसकी असलियत सामने रखी. इस मामले का आरोपी करीब 6 महीने पहले उसी बिल्डिंग में किराये पर रहता था. एकतरफा प्रेम और पैसों के विवाद के चलते झांसी के मूल निवासी संजय उर्फ शुभम दीक्षित ने इस भीषण अग्निकांड को अंजाम दिया था.
सिरफिरे आशिक की करतूत
इंदौर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण मिश्र ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सिरफिरे आशिक शुभम ने पहले एक युवती पर शादी करने के लिए दबाव बनाया और युवती के इनकार करने से नाराज होकर इस भीषण अग्निकांड को अंजाम दे डाला. आरोपी ने एकतरफा प्यार में युवती की गाड़ी में आग लगा दी. इस मामले में 7 लोगों की जलकर मौत हो गई वहीं 8 झुलसे हुए लोगों का इलाज चल रहा है.
महिला की हालत स्थिर
इसी अग्निकांड का शिकार हुई महिला की स्थिति सामान्य है. पुलिस ने उससे बात की है. वहीं इस मामले का परत दर परत खुलासा करते हुए पुलिस ने कहा कि वारदात के दौरान स्कूटी में आग लगाई गई थी. अब फॉरेंसिक टीम मामले की बारीकी से जांच कर रही है. इस वारदात को अंजाम देने के लिए किसी ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल किया गया. अब अरोपी पर हत्या समेत कई अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कड़ी कार्यवाही की जाएगी. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस मामले के फरार आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
कैसे आगे बढ़ी पड़ताल?
पुलिस कमिश्नर हरिनारायण मिश्र ने बताया कि इस अग्निकांड में पुलिस ने क्षेत्र में लगे लगभग 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और सीसीटीवी फुटेज में घटना के दौरान आरोपी युवक स्कूटी में आग लगाते हुए नजर आया. युवक अपने साथ ज्वलनशील पदार्थ लाया था जिसके जरिए आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया.
क्या था पूरा मामला?
शहर के विजय नगर थाना इलाके की एक बिल्डिंग में आग लग गई थी. जिसे लेकर शुरुआत में लगा कि ये आग गर्मी के सीजन में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है. आग इतनी भीषण थी कि 7 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई. इस अग्निकांड में झुलसे हुए लोगों को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. स्थानीय लोगों और चश्मदीदों के मुताबिक चंद मिनटों में इस आग ने भयानक रूप ले लिया. खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस के सहयोग और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के जरिए इमारत में लगी आग पर काबू पाया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.