नई दिल्ली. आज हम आपको एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया के बारे में बता रहे हैं. इसे आप केवल 25,000 रुपये सालाना खर्च करके आप औसतन 1.75 लाख रुपये कमा सकते हैं. हम बात कर रहे हैं मछली पालन के कारोबार के बारे में. बता दें कि वर्तमान में किसान सब्जी के अलावा मछली पालन भी ध्यान दे रहे हैं. सरकार भी मछली पालन के व्यवसाय को बढ़ावा दे रही है.
हाल ही में मछली पालकों को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे कृषि (Agri) का दर्जा दिया है. राज्य सरकार मछली पालन करने वाले किसानों को इंटरेस्ट फ्री लोन की सुविधा दे रही है. साथ ही सब्सिडी और मछुवारों के लिए बीमा योजना भी सरकार की तरफ से मिलती है.
अगर आप भी मछली पालन के व्यवसाय में हैं या फिर इसे शुरू करना चाह रहे हैं तो इसकी आधुनिक तकनीक आपको बंपर मुनाफा करवा सकती है. जी हां.. मछली पालन के लिए इन दिनों बायोफ्लॉक तकनीक काफी मशहूर हो रहा है. कई लोग इस तकनीक का इस्तेमाल करके लाखों में कमाई कर रहे हैं.
बता दें कि Biofloc Technique एक बैक्टीरिया का नाम है. इस तकनीक के जरिए मछली पालन में काफी मदद मिल रही है. इसमें बड़े बड़े (करीब 10-15 हजार लीटर के) टैंकों में मछलियों को डाला जाता है. इन टैंकों में पानी डालने, निकालने, उसमें ऑक्सीजन देने आदि की अच्छी खासी व्यवस्था होती है. बायोफ्लॉक बैक्टीरिया मछली के मल को प्रोटीन में बदल देता है, जिसे मछलियां वापस खा लेती हैं, इससे एक-तिहाई फीड की बचत होती है. पानी भी गंदगी होने से बची रहती है. हालांकि, यह थोड़ा खर्चीला जरूर है लेकिन बाद में यह मुनाफा भी खूब देती है. नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड (NFDB) के मुताबिक, अगर आप 7 टैंक से अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो इन्हें सेटअप करने में आपका करीब 7.5 लाख रुपये का खर्च आएगा. हालांकि, आप तालाब में मछली पालकर भी मोटी कमाई कर सकते हैं.
हम आपको एक छोटे से गांव के छोटे किसान गुरबचन सिंह के बारे में बता रहे हैं जिनके पास सिर्फ 4 एकड़ जमीन है. उन्होंने इसे विकसित करके 2 एकड़ में मछली पालन शुरू किया. उन्होंने कारोबार की शुरूआत एक तालाब में मछली पालन करके की. सिंह के मुताबिक, मैंने लगभग 10 साल पहले मछली पालन पर एक रेडियो कार्यक्रम सुना था और पारंपरिक कृषि पद्धतियों को छोड़ने और कुछ नया करने का मन बना लिया था. मैंने मोगा शहर में जिला मत्स्य विभाग से संपर्क किया.
मत्स्य अधिकारियों ने मुझे मछली पालन पर पांच दिवसीय ट्रेनिंग दी. बता दें कि गुरबचन अपने 2 एकड़ के मछली तालाब से होने वाली कमाई से उत्साहित हैं, उन्होंने पास के कोट सदर खान गांव में 2.5 एकड़ जमीन लीज पर ली और इसे मछली पालन के लिए तालाब के रूप में विकसित किया. इससे उन्हें आज 2 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी होती है.बता दें कि मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार भी कई सुविधाएं देती हैं. वहीं, आप जिस राज्य में इसे शुरू करना चाहते हैं, वहां से मत्स्य संबंधित कार्यालय में पूछताछ कर सकते हैं.