मुजफ्फरनगर। भाकियू का धरना नौवें दिन भी जारी रहा। संयुक्त खेल मोर्चा ने समर्थन देते हुए धरना स्थल पर दंगल कराया। किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को पहलवान भी समर्थन देने पहुंचे। विजेता पहलवानों को सम्मानित किया गया।
दंगल का शुभारंभ भाकियू नेता गौरव टिकैत ने किया। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर यहां अनिश्चितकालीन धरने पर है। सरकार उनके गन्ने के भुगतान और गन्ना मूल्य की घोषणा करने के बारे में नहीं सोच रही है। आवारा पशु किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे है। बिजली के बिल इन सभी समस्यों से किसान परेशान है। सभी मांगों से प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। जब तक सरकार सभी मांगों को पूरा नहीं कर देती, तब तक यह धरना ऐसे ही जारी रहेगा। दस फरवरी को पंचायत होगी। जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। किसान अपनी मांगों को उसमें रखेगा। उन्होंने बताया कि आज लोकदल नेता पूनम शर्मा ने भी अपना समर्थन दिया। संयुक्त खेल मोर्चा के नेता परम राठी ने कहा कि सरकार को किसानों की बात सुननी होगी। यदि किसान और मजदूर खुश नहीं होगा तो देश भी खुशहाल नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि पहलवान भी किसानों के बच्चे हैं। तो वह भी किसानों की मांगों का समर्थन करने जीआईसी मैदान पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि दंगल में पहलवानों ने कुश्ती के दौरान जोर आजमाइश कर भारतीय किसान यूनियन को अपनी ओर से समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक रविवार को जीआईसी मैदान के धरना स्थल पर ही दंगल होगा। अगले दंगल में जनपद से अलग बागपत, मेरठ, सहारनपुर, बिजनौर, गाजियाबाद और शामली आदि जनपदों के पहलवान कुश्ती लड़ेंगे।
युधिष्ठिर पहलवान ने बताया कि इस सरकार में किसान काफी परेशान हो गया है। किसान और मजदूरों के साथ खिलाड़ी भी परेशान है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसान मजदूरों की मांगे माननी चाहिए, ताकि देश उन्नति की ओर आगे बढ़ सके। दंगल के खिलाड़ियों ने जीआईसी मैदान में शानदार प्रदर्शन किया। युधिष्ठिर पहलवान ने कहा कि पहलवान भी किसानों के घरों में ही बनते हैं। इस मौके पर पहलवानों में अर्पित पहलवान, दिपांशु, अयान, गोपाल, बादल, लक्षित, हनी, खुशी और साहिब ने दंगल खेला। इसके अलावा भाकियू के सहारनपुर मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा, मांगेराम त्यागी, चौधरी शक्ति सिंह, साजिद कुरैशी, प्रमोद अहलावत, गुलबहार राव आदि मौजूद रहे।