नई दिल्ली। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के फैसले पर विपक्षी दल भी राहुल गांधी के साथ ही खड़े नज़र आ रहे हैं. हालांकि, इस बीच राहुल गांधी और कांग्रेस को नसीहत भी दी जा रही है. एक ओर राहुल गांधी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान जोरों पर है तो वहीं तीसरा मोर्चा राहुल गांधी का साथ दे रहा है. हालांकि, इस बीच नसीहतों का दौर भी जारी है. दरअसल, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कांग्रेस पार्टी को ये नसीहत दी है कि वो क्षेत्रीय दलों की अहमियत समझें. वहीं, राहुल गांधी पर अखिलेश यादव बोले कि भारतीय जनता पार्टी झूठे मुकदमे लगवाती है. शासन प्रशासन मिलकर खेल करते हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि इसी सरकार के कार्यकाल में मोहम्मद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम की सदस्यता रद्द की गई. दूसरे प्रदेश के कैडर के अधिकारी को बुलाकर सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देश पर कार्रवाई की गई. बीजेपी नेताओं पर दर्ज मुकदमे की जांच की जाए तो बीजेपी के बड़े नेताओं की सदस्यता रद्द हो जाएगी. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ गलत हुआ है वैसे ही एक कांग्रेस के नेता के साथ गलत हुआ है. भारतीय जनता पार्टी मुद्दों से भटकाती है.
उधर तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है, पर 2024 के चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए जहां भी क्षेत्रीय दल ताकतवर हैं, वहां उन्हें ही कमान दी जानी चाहिए. लालू प्रसाद यादव और वर्तमान सीएम नीतीश कुमार कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. बिहार में कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा है.
कांग्रेस और क्षेत्रीय दल ये तय करें कि आगे का रास्ता क्या होना चाहिए? एक बात साफ है कि हमने पहले भी कहा है, क्षेत्रीय दल जहां भी मजबूत हैं, उन्हें कमान देनी चाहिए. कांग्रेस के नेताओं को ये समझना चाहिए. जहां पर भी बीजेपी से सीधा मुकाबला है, उनसे कांग्रेस को मुकाबला करना चाहिए. ऐसा करीब 200 सीटों पर है.