लखनऊ. विधानसभा होने के कारण उत्तर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है। इस सियासी गर्मी के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी अपनी टिप्पणी देते रहते हैं। एक टीवी चैनल पर अपना पक्ष रखने पहुंचे टिकैत से एंकर ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसद में किसानों को लेकर दिए गए भाषण पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि शर्म नहीं आती है पीएम से..।
टिकैत से पूछा – पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा है कि बड़े किसान विपक्षी दलों के करीब हैं। इसलिए किसानों के साथ अन्याय हो रहा है? एंकर के इस सवाल पर टिकैत ने प्रतिक्रिया दी – यह बात ऐसी है कि पीएम नरेंद्र मोदी को कुछ लोग पर्चा देकर संसद में झूठ बोलने को कहते हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए टिकैत ने कहा कि मुझे इस बात पर शर्म आती है कि प्रधानमंत्री से देश के मंदिर में झूठ बोलने को कहा जाता है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने गन्ने के भुगतान का जिक्र कर कहा कि उस पर प्रधानमंत्री बोलेंगे क्या? उन्होंने पीएम मोदी से सवाल किया कि यहां पर बड़ा किसान कौन है? बड़ी दो कंपनियां हैं… यहां पर सीलिंग एक्ट है, जिसके तहत सिर्फ छोटे किसान हैं।
इसके साथ टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छोटे और बड़े किसान बताकर.. हम सब को बांटने की साजिश की जा रही है, जो पूरी तरह से गलत है। टिकैत की बातों पर डिबेट में उपस्थित बीजेपी नेता हरीश रहलावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने छोटे किसानों की चिंता अपने भाषण में की है। एंकर ने सवाल किया कि क्या बड़े किसान राजनीति करते हैं तो उन्होंने कहा – किसान राजनीति नहीं करता लेकिन कुछ नेताओं के कंधे पर बंदूक रखकर अपना काम निकालते हैं।
गौरव कुमार नाम के एक यूजर लिखते हैं कि राकेश टिकैत राजनैतिक रूप से बयानबाजी करते हैं लेकिन खुद को किसान नेता बताते हैं। अगर किसान नेता है तो केवल उनके मुद्दों की बात करें क्यों नेताओं पर तंज कसते हैं? विष्णु पटेल नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि हेलीकॉप्टर लेकर खेत में जाने वाली बीजेपी सांसद हेमा मालिनी और देश के गृह मंत्री खुद को किसान बताते हैं.. लगता है मोदी जी जी को छोटा किसान समझते हैं।