लखनऊ. माफिया अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में हत्या के बाद पश्चिम यूपी का कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर ढेर कर दिया. अनिल दुजाना यूपी के गैंगस्टर्स की उस लिस्ट में शामिल था, जिसे यूपी पुलिस ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद जारी किया था. अनिल दुजाना तो मिट्टी में मिल चुका है, लेकिन अब इस लिस्ट में अगला नंबर किसका है, इसको लेकर चर्चा तेज हैं.
गैंगस्टर की लिस्ट से अनिल दुजाना का काम तमाम हो चुका है. इस लिस्ट में अगला नंबर मुख़्तार अंसारी, उधम सिंह, सुंदर भाटी, अनिल सिंह बद्दो और हाजी याकूब कुरैशी का नाम है. बता दें कि विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. 2017 से पहले जिस उत्तर प्रदेश को दहलाने की कोशिश कर रहे थे और कानून-व्यवस्था को खुलेआम चुनौती दे रहे थे, उन 61 अपराधियों को दंड देने के लिए योगी सरकार ने लिस्ट जारी कर दी है. इसमें से एक नाम अनिल दुजाना भी था, जिस पर 18 हत्याओं समेत 65 संगीन अपराध के मामले दर्ज थे.
अब इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम मुख्तार अंसारी, उधम सिंह, सुन्दर भाटी, बदन सिंह बद्दो और हाजी याकूब कुरैशी. ये वो नाम हैं जिनके खिलाफ लूट, हत्या, रंगदारी मांगने जैसे संगीन मामले दर्ज हैं. अब इनका भी नंबर आ गया है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री बार-बार कह रहे हैं कि जो अपराधी पहले जिलों के लिए संकट बन रहे थे अब वे खुद संकट में हैं. मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि ‘पहले जनता में डर, अब माफिया में डर क्योंकि अब माफिया नहीं बल्कि महोत्सव UP की पहचान हैं.’ उधर यूपी पुलिस के डीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने भी कहा है कि माफियाओं के खिलाफ एक्शन जारी रहेगा.
यूपी पुलिस की इस लिस्ट में समाजवादी पार्टी और बसपा के नेता भी शामिल हैं. इसमें सपा नेता और पूर्व सांसद रिजवान जहीर, सपा-बसपा में रहे चुके नेता दिलीप मिश्रा, बसपा नेता अनुपम दुबे के जिनके खिलाफ 41 केस दर्ज है और पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल का भी नाम है. यही वजह है कि बीजेपी सपा और बसपा को गुंडे-माफियाओं की पार्टी होने का आरोप लगा रही है. और जारी निकाय चुनाव में भी बीजेपी इस मुद्दे को लेकर सपा और बसपा पर हमलावर है.